क्या पीएम मोदी ने भारतीय नस्ल के डॉग्स पर चर्चा की? इंडियन ब्रीड्स को अपनाने की अपील
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय नस्ल के डॉग्स की सुरक्षा बलों में बढ़ती उपयोगिता।
- बीएसएफ और सीआरपीएफ ने अपने दस्तों में भारतीय स्वान की संख्या बढ़ाई है।
- ग्वालियर में डॉग्स की विशेष ट्रेनिंग की जा रही है।
- मुधोल हाउंड की रिया ने विदेशी ब्रीड्स को पछाड़ा।
- भारतीय नस्ल के डॉग्स को अपनाने की अपील।
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मन की बात कार्यक्रम के 127वें एपिसोड में पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय नस्ल के स्वान के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि बीएसएफ और सीआरपीएफ ने अपने दस्तों में भारतीय नस्ल के डॉग्स की संख्या को बढ़ाया है।
पीएम मोदी ने कहा, "लगभग 5 वर्ष पहले मैंने इस कार्यक्रम में भारतीय नस्ल के स्वान पर चर्चा की थी। मैंने देशवासियों के साथ-साथ अपने सुरक्षाबलों से निवेदन किया कि वे भारतीय नस्ल के डॉग्स को अपनाएं, क्योंकि वे हमारे परिवेश और परिस्थितियों में बेहतर तरीके से ढल जाते हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने इस दिशा में कई सराहनीय प्रयास किए हैं। बीएसएफ और सीआरपीएफ ने अपने दस्तों में भारतीय नस्ल के डॉग्स की संख्या बढ़ाई है।"
प्रधानमंत्री ने डॉग्स की ट्रेनिंग के बारे में कहा, "डॉग्स की ट्रेनिंग के लिए बीएसएफ का नेशनल ट्रेनिंग सेंटर ग्वालियर के टेकनपुर में स्थित है। यह उत्तर प्रदेश के रामपुर हाउंड, कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुधोल हाउंड पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस सेंटर पर ट्रेनर्स टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के माध्यम से स्वानों को और बेहतर तरीके से प्रशिक्षित कर रहे हैं। भारतीय नस्ल के डॉग्स के लिए ट्रेनिंग मैनुअल्स को फिर से लिखा गया है ताकि उनकी अद्वितीय ताकत को उजागर किया जा सके। बेंगलुरु में सीआरपीएफ के डॉग्स ब्रीडिंग और ट्रेनिंग स्कूल में मांग्रेल्स, मुधोल हाउंड, कोम्बाई और पांडिकोना जैसे भारतीय स्वानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।"
पीएम ने मुधोल हाउंड ब्रीड की रिया की प्रशंसा करते हुए कहा, "पिछले वर्ष लखनऊ में 'ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट' का आयोजन हुआ था। उस समय 'रिया' नाम की स्वान ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। यह एक मुधोल हाउंड है, जिसे बीएसएफ ने प्रशिक्षित किया था। रिया ने यहाँ कई विदेशी ब्रीड्स को पछाड़ते हुए प्रथम पुरस्कार जीता। अब बीएसएफ ने अपने डॉग्स को विदेशी नाम देने के बजाय भारतीय नाम देने की परंपरा शुरू की है।"
पीएम मोदी ने बताया, "हमारे देशी स्वान ने अद्भुत साहस दिखाया है। पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित क्षेत्र में गश्त के दौरान सीआरपीएफ के एक देशी स्वान ने 8 किलोग्राम विस्फोटक का पता लगाया था। बीएसएफ और सीआरपीएफ ने इस दिशा में जो प्रयास किए हैं, उसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं।"