क्या पीएम मोदी ने बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के नए मुख्य कार्यकारी सदस्य को बधाई दी?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री ने शपथ समारोह में भाग लिया।
- हाग्रामा मोहिलरी को बधाई दी गई।
- बीटीसी चुनाव में बीपीएफ ने २८ सीटें जीतीं।
- केंद्र और असम सरकार का समर्थन जारी रहेगा।
- बोडोलैंड क्षेत्र का विकास प्राथमिकता है।
नई दिल्ली, ५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के नए मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) हाग्रामा मोहिलरी को उनके शपथ ग्रहण पर दिल से बधाई दी।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "मैं हाग्रामा मोहिलरी को बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईएम) के रूप में शपथ लेने पर बधाई देता हूं। उन्हें और उनकी टीम को उनके कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं। केंद्र सरकार और असम सरकार बीटीसी सरकार को समर्थन देना जारी रखेगी, क्योंकि हम सभी महान बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा के दृष्टिकोण को पूरा करने और सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक रूप से काम करते हैं।"
इसके अलावा, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में हाग्रामा मोहिलरी को बधाई दी। उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि वे पूरे जोश के साथ जनता की सेवा करेंगे और बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा के एक उज्ज्वल बोडोलैंड के सपने को साकार करेंगे। असम सरकार जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नई बीटीसी सरकार का पूरा समर्थन करेगी।"
बीपीएफ अध्यक्ष हाग्रामा मोहिलारी ने रविवार को बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) के रूप में शपथ ली। यह शपथ ग्रहण समारोह खराब मौसम के बावजूद बोडोलैंड सचिवालय मैदान में आयोजित किया गया।
इसी कार्यक्रम में पूर्व मंत्री रिहोन दैमारी ने उप मुख्य कार्यकारी सदस्य के रूप में शपथ ली। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने हाल ही में हुए बीटीसी चुनावों में ४० में से २८ सीटें जीतकर निर्णायक जीत हासिल की।
बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद, बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के लिए एक स्वायत्त परिषद है, जिसकी स्थापना बोडोलैंड लिबरेशन टाइगर फोर्स और भारत सरकार तथा असम सरकार के बीच हुए समझौता ज्ञापन के अनुसार भारतीय संविधान की छठी अनुसूची के अंतर्गत की गई है।