क्या पीएम मोदी ने राज्यसभा के लिए मनोनीत चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को शुभकामनाएं दीं?

सारांश
Key Takeaways
- उज्जवल निकम: वरिष्ठ अधिवक्ता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति निष्ठा।
- हर्षवर्धन श्रृंगला: भारत की विदेश नीति में महत्वपूर्ण योगदान।
- मीनाक्षी जैन: विद्वान और शोधकर्ता।
- सी. सदानंदन मास्टर: सामाजिक कार्यकर्ता और अन्याय के खिलाफ खड़ा होना।
नई दिल्ली, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। देश के चार प्रमुख व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के तहत अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए चार हस्तियों को नामित किया, जिनमें वरिष्ठ अधिवक्ता उज्जवल निकम, केरल के प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता सी. सदानंदन मास्टर, भारत के पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और इतिहासकार मीनाक्षी जैन शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन सभी मनोनीत सदस्यों को शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक श्रृंखला में पोस्ट करते हुए सभी नामांकित सदस्यों की जानकारी दी और उन्हें बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने उज्ज्वल निकम की प्रशंसा करते हुए कहा कि कानून और संविधान के प्रति उनकी निष्ठा अद्वितीय है। उन्होंने लिखा, "वह न केवल एक सफल वकील रहे हैं, बल्कि महत्वपूर्ण मामलों में न्याय दिलाने की प्रक्रिया में अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं। उनके संसदीय कार्यकाल के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।"
इसी प्रकार, पीएम मोदी ने हर्षवर्धन श्रृंगला के भारत की विदेश नीति में योगदान का उल्लेख करते हुए लिखा, "उन्होंने एक राजनयिक और रणनीतिक विचारक के रूप में बेहद शानदार काम किया है। उनका अद्वितीय दृष्टिकोण निश्चित रूप से संसद की कार्यवाही को समृद्ध करेगा।"
मीनाक्षी जैन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "उन्होंने एक विद्वान और शोधकर्ता के रूप में अपनी अद्वितीय पहचान बनाई है। उनके कार्यों ने अकादमिक विमर्श को समृद्ध किया है।"
प्रधानमंत्री ने सी. सदानंदन मास्टर को अन्याय के खिलाफ खड़े होने का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "हिंसा और भय का माहौल भी उनके राष्ट्र निर्माण के संकल्प को प्रभावित नहीं कर सका।"