क्या पीएम मोदी ने सिडनी हमले की निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की प्रतिबद्धता दोहराई?
सारांश
Key Takeaways
- सिडनी में हनुक्का के त्योहार पर आतंकी हमला हुआ।
- पीएम मोदी ने जीरो टॉलरेंस नीति की पुष्टि की।
- 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई।
- भारत ऑस्ट्रेलिया के लोगों के साथ खड़ा है।
- आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में हनुक्का का त्योहार मना रहे यहूदी समुदाय के लोगों पर एक आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इस घटना पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति की प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया।
पीएम मोदी ने घटना पर अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा कि भारत की जनता उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस कठिन समय में भारत ऑस्ट्रेलिया के लोगों के साथ खड़ा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर आज हुए भयावह आतंकवादी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। इस हमले में यहूदी त्योहार हनुक्का के पहले दिन का जश्न मना रहे लोगों को निशाना बनाया गया था। मैं उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। दुख की इस घड़ी में हम ऑस्ट्रेलिया के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं। भारत आतंकवाद के प्रति बिल्कुल भी सहनशीलता नहीं रखता और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करता है।"
इसके अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिखा, "ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर हनुक्का सेलिब्रेशन पर हुए आतंकी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।"
यह घटना सिडनी के समयानुसार शाम करीब 6:30-6:45 बजे हुई, जब बीच पर सैकड़ों लोग मौजूद थे। यह मास शूटिंग हनुक्का के पहले दिन आयोजित "चानुका बाय द सी" इवेंट के दौरान हुई। हनुक्का का त्योहार आठ दिनों तक मनाया जाता है।
चश्मदीदों के अनुसार, काले कपड़े पहने दो लोग आए और ताबड़तोड़ फायरिंग की। 12 से 50 राउंड फायरिंग की आवाजें सुनी गईं। पुलिस ने तुरंत ऑपरेशन शुरू कर दो संदिग्धों को हिरासत में लिया।
इस बीच, इजरायल के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री ने इस हमले पर दुख जताते हुए ऑस्ट्रेलियाई सरकार पर चेतावनी को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इजरायली राष्ट्रपति इसाक हर्जोग ने लिखा, "सिडनी में हमारे यहूदी भाई-बहनों के लिए हमारी संवेदना है, जिन पर बुरे आतंकवादियों ने तब हमला किया जब वे मोमबत्ती जलाने गए थे।"
उन्होंने कहा, "हमने बार-बार ऑस्ट्रेलियाई सरकार से कार्रवाई करने और ऑस्ट्रेलियाई समाज में फैली यहूदी-विरोधी भावना की बड़ी लहर के खिलाफ लड़ने की अपील की है। इस भयानक समय में हमारी दुआएं सिडनी के यहूदी समुदाय और पूरे ऑस्ट्रेलियाई यहूदी समुदाय के साथ हैं।"
इसके अलावा, विदेश मंत्री गिदोन सार ने हमले को लेकर एक्स पर लिखा, "मैं ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में हनुक्का इवेंट में हुए जानलेवा हमले से हैरान हूं। यह पिछले दो सालों में ऑस्ट्रेलिया की सड़कों पर यहूदी-विरोधी हिंसा का नतीजा है।"