क्या प्रधानमंत्री मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर 1220 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का ई-शुभारंभ किया?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता दिवस से एक दिन पहले हुआ।
- परियोजनाओं में 367.25 करोड़ रुपए का संग्रहालय शामिल है।
- 30 करोड़ रुपए की लागत से ई-बसों की शुरुआत की गई।
- सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर विशेष डाक टिकट और सिक्के का अनावरण किया गया।
- कार्यक्रम में एक सांस्कृतिक प्रदर्शन भी शामिल था।
अहमदाबाद, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय एकता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में 1,220 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण किया।
पर्यटन, खेल, बुनियादी ढांचे और स्थिरता से जुड़ी ये परियोजनाएं एकता नगर को एकीकृत और सतत विकास के एक मॉडल में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में, प्रधानमंत्री ने भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय डाक द्वारा क्रमशः 150 रुपए के स्मारक सिक्के और एक विशेष डाक टिकट का भी अनावरण किया।
कार्यक्रम की शुरुआत एक प्रभावशाली मंच प्रस्तुति के साथ हुई, जिसमें भारत के लौह पुरुष के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाया गया।
उद्घाटन की गई प्रमुख परियोजनाओं में भारत के शाही साम्राज्यों का संग्रहालय (367.25 करोड़ रुपए), आगंतुक केंद्र (140.45 करोड़ रुपए), वीर बालक उद्यान (90.46 करोड़ रुपए), ट्रैवलेटर एक्सटेंशन (27.43 करोड़ रुपए), खेल परिसर (23.60 करोड़ रुपए), जेटी विकास (12.50 करोड़ रुपए) और वर्षा वन (12.85 करोड़ रुपए) शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, एकता नगर की हरित परिवहन प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए 30 करोड़ रुपए की लागत वाली 25 नई ई-बसें भी शुरू की गईं।
प्रधानमंत्री ने कई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिनमें बिरसा मुंडा भवन (303 करोड़ रुपए), हॉस्पिटैलिटी डिस्ट्रिक्ट चरण-I (54.65 करोड़ रुपए), सतपुड़ा सुरक्षा दीवार और रिवरफ्रंट (20.72 करोड़ रुपए), बोनसाई गार्डन (18.68 करोड़ रुपए), ई-बस चार्जिंग डिपो (5.52 करोड़ रुपए) और स्मार्ट बस स्टॉप चरण-II (4.68 करोड़ रुपए) शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल का एकता का दृष्टिकोण राष्ट्र को प्रेरित करता रहता है। एकता नगर की ये परियोजनाएं प्रगति, स्थिरता और समावेशी विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
कार्यक्रम का समापन एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ, जिसमें एक भारत, श्रेष्ठ भारत का जश्न मनाया गया, जिसमें भारत की विविधता में एकता को दर्शाया गया।
वरिष्ठ अधिकारी, सशस्त्र बल के जवान और हजारों आगंतुक राष्ट्रीय गौरव और एकता के वैश्विक प्रतीक, दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, के दर्शन के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
मंत्री एवं राज्य प्रवक्ता जीतू वघानी ने घोषणा की कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर 31 अक्टूबर को एकता नगर में राष्ट्रीय एकता दिवस का भव्य आयोजन किया जाएगा।