क्या कला की कोई सीमा नहीं? पूजा बत्रा अब रूसी फिल्म 'द मैजिक लैंप' में आएंगी नजर
सारांश
Key Takeaways
- पूजा बत्रा का नया प्रोजेक्ट 'द मैजिक लैंप' है।
- उन्होंने हॉलीवुड में भी काम किया है।
- कला के क्षेत्र में उनके योगदान को सराहा गया है।
- उन्होंने रेडियो शो भी होस्ट किए हैं।
- उनकी फिल्म 'ताज महल' को कान्स में प्रदर्शित किया गया था।
मुंबई, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कला की कोई सीमा नहीं होती, यह अभिनेत्री पूजा बत्रा ने एक बार फिर साबित किया है। हिंदी सिनेमा से काफी समय से दूर रहने वाली इस अभिनेत्री ने शुक्रवार को बताया कि वे जल्द ही 'द मैजिक लैंप' नाम की एक रूसी फिल्म में नजर आएंगी।
अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें उन्होंने लिखा, "'द मैजिक लैंप' नाम की रूसी फिल्म में काम करना मेरे लिए बेहद खुशी की बात है। इस फिल्म को लैंडक ने प्रोड्यूस किया है। फिल्म और कला की कोई सीमा नहीं होती। आप सबके साथ काम करके बहुत अच्छा लगा।"
उनकी तस्वीर ने प्रशंसकों का दिल जीत लिया है। लोग कमेंट सेक्शन में उनके लिए बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं।
पूजा का मानना है कि कला की कोई सीमा नहीं होती और यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने वैश्विक स्तर पर अपने अभिनय का प्रदर्शन किया है। इससे पहले, उन्होंने हॉलीवुड की साइंस-फिक्शन फिल्म 'वन अंडर द सन' में मुख्य भूमिका निभाई थी।
इस फिल्म में उन्होंने एक अंतरिक्ष यात्री का किरदार निभाया था। वर्ष 2005 में उनकी फिल्म 'ताज महल: एन इटरनल लव स्टोरी' को कान्स फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई।
पूजा ने मनोरंजन की दुनिया में कदम रखा था, पहले उन्होंने मॉडलिंग की और फिर मिस इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि, वह शीर्ष पर नहीं रहीं, लेकिन उनकी गिनती टॉप मॉडल्स में होने लगी।
इसके बाद, उन्होंने अभिनय की दिशा में कदम बढ़ाया और दक्षिण में कई फिल्में की। 1997 में उन्होंने बॉलीवुड फिल्म 'विरासत' में भी काम किया। इसके बाद उन्होंने ‘भाई’, ‘हसीना मान जाएगी’, ‘दिल ने फिर याद किया’ जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया। हालांकि, उनका बाद का करियर कुछ खास नहीं रहा।
अतिरिक्त रूप से, पूजा ने रेडियो शो की मेज़बानी की और अमेरिका में भारतीयों के लिए कंटेंट तैयार किया, जिससे यह साबित हुआ कि वह केवल सिनेमा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि नई चीजें बनाने और नवाचार करने में भी सक्षम हैं।