क्या पवई अपहरण कांड में नया मोड़ आएगा? मुंबई क्राइम ब्रांच दीपक केसरकर का बयान दर्ज करेगी?
                                सारांश
Key Takeaways
- रोहित आर्या ने बच्चों को बंधक बनाया था।
 - पुलिस ने एनकाउंटर में आर्या को मार गिराया।
 - दीपक केसरकर का बयान दर्ज किया जाएगा।
 - इस मामले में पुलिस ने कोई बयान नहीं दिया है।
 - 2 करोड़ रुपये की वसूली के लिए बंधक बनाने की योजना बनाई गई थी।
 
मुंबई, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई के पवई क्षेत्र में घटित प्रसिद्ध रोहित आर्या बंधक कांड और उसके बाद के एनकाउंटर केस में एक नया मोड़ आया है। खबरों के अनुसार, मुंबई क्राइम ब्रांच अब महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और शिवसेना विधायक दीपक केसरकर का बयान दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
मुंबई पुलिस के मुताबिक, उस दिन जब रोहित आर्या ने पवई में बच्चों को बंधक बना रखा था, तब पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए दीपक केसरकर से संपर्क किया था। पुलिस ने उनसे आरोपी रोहित आर्या से बात करने का अनुरोध किया था, लेकिन केसरकर ने बातचीत से मना कर दिया था।
पुलिस की जानकारी के अनुसार, दीपक केसरकर का इस मामले में संबंध प्रत्यक्ष नहीं, बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से सामने आया है। इसी कारण क्राइम ब्रांच अब उनका बयान दर्ज कर यह जानने की कोशिश करेगी कि उन्होंने उस दिन बातचीत से इंकार क्यों किया और क्या उन्हें आरोपी से कोई पूर्व जानकारी थी। इस मामले में आरोपी के परिवार ने अब तक पुलिस को कोई बयान नहीं दिया है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब पवई के एक अपार्टमेंट में रोहित आर्या ने कुछ बच्चों को बंधक बना लिया था। कई घंटों की कोशिश के बाद पुलिस ने एनकाउंटर में रोहित आर्या को ढेर कर दिया था। आरोपी ने बच्चों को बंधक बनाने की योजना 2 करोड़ रुपये की वसूली के लिए बनाई थी, जो उसने दीपक केसरकर के कार्यकाल में स्कूल शिक्षा विभाग के लिए एक परियोजना के तहत की थी।
पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि आरए स्टूडियो में हुई एक नाटकीय गोलीबारी में रोहित आर्या की मौत हो गई। उसने गुरुवार दोपहर करीब 1:45 बजे 17 किशोर अभिनय ऑडिशन देने वालों सहित 19 लोगों को दो घंटे तक बंधक बनाए रखा था।