क्या 50 लाख युवाओं को वापस लाकर रोजगार देंगे : प्रशांत किशोर?

सारांश
Key Takeaways
- 50 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा।
- राजद और मोदी पर आरोप।
- छठ के बाद पलायन की समस्या का समाधान।
- 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए पेंशन।
- गरीब बच्चों के लिए शिक्षा योजना।
पटना, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने शनिवार को पटना के पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के दुल्हिन बाजार में स्थित पानी टंकी मैदान में आयोजित बिहार बदलाव सभा में अपने विचार रखे। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर तीखी टिप्पणियाँ की।
राजद सुप्रीमो पर सीधे प्रहार करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहारवासियों को लालू प्रसाद यादव से यह सीखना चाहिए कि बच्चों की चिंता क्या होती है। उनका बेटा नौवीं कक्षा भी पास नहीं कर सका, फिर भी वह उसे राजा बनाना चाहते हैं। दूसरी ओर, बिहार में लाखों बच्चे मैट्रिक, बीए और एमए पास कर चुके हैं, फिर भी उन्हें नौकरी नहीं मिलती।
जन सुराज पार्टी के प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वे बिहार के लोगों का वोट लेकर गुजरात में निवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने मोदी को 56 इंच का सीना दिखाने के लिए वोट दिया था, लेकिन आज उनके अपने बच्चों का सीना 15 इंच का रह गया है। बिहार के युवाओं को 10 से 12 हजार रुपए की मजदूरी के लिए गुजरात जाना पड़ता है।
इस मौके पर प्रशांत किशोर ने पालीगंज के लोगों से तीन बड़े वादे किए। उन्होंने कहा कि यह बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। छठ के बाद, दुल्हिन बाजार, पालीगंज या पटना के किसी भी युवा को 10 से 12 हजार रुपए की नौकरी के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा। हम (जन सुराज पार्टी) 50 लाख युवाओं को वापस लाएंगे और यहाँ भी उतना ही रोजगार देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि दिसंबर 2025 से 60 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक पुरुष और महिला को 2 हजार रुपए मासिक पेंशन मिलेगी। साथ ही, जब तक सरकारी स्कूलों में सुधार नहीं होता, तब तक सरकार 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों की फीस भरेगी, चाहे वे निजी स्कूलों में पढ़ते हों, ताकि गरीब बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा मिल सके।
बिहार के लोगों से पारंपरिक राजनीतिक नेताओं को नकारने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार उन लोगों को वोट न दें जो आपको लूटते हैं, चाहे वह लालू हों, नीतीश हों, या मोदी। नेताओं के चेहरे न देखें, अपने बच्चों के चेहरे देखें। उनकी शिक्षा और रोजगार के लिए वोट दें और बिहार में जनता का शासन स्थापित करें।