प्रयागराज: क्या 'हर घर तिरंगा' अभियान से महिलाएं सशक्त हो रही हैं?

सारांश
Key Takeaways
- 'हर घर तिरंगा' अभियान से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।
- महिलाएं तिरंगा झंडा बनाकर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं।
- यह अभियान देशभक्ति की भावना को बढ़ावा दे रहा है।
- केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ उठाते हुए महिलाएं परिवार का सहारा बन रही हैं।
- स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं रोजगार प्राप्त कर रही हैं।
प्रयागराज, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं लागू कर रही है। इसी संदर्भ में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तिरंगा झंडा बनाने का कार्य कर रही हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बन रही हैं।
यह अभियान 2 से 15 अगस्त तक मनाया जा रहा है।
इस वर्ष भी 'हर घर तिरंगा' अभियान में महिला सशक्तीकरण की चमक देखने को मिल रही है। प्रयागराज की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अपने हाथों से तिरंगे झंडे तैयार कर रही हैं। ये झंडे प्रयागराज के हर घर में फहराए जाएंगे, जिससे ये महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सशक्त होंगी, बल्कि देशभक्ति के इस महापर्व में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
समूह की महिलाओं का कहना है कि आज समूह से जुड़कर आत्मनिर्भर बनने और देश सेवा का अवसर मिला है। महिलाएं यह भी कहती हैं कि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है और उन्हें एक अलग पहचान मिल रही है। इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है।
समूह की सदस्य सपना ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि हम स्वयं सहायता समूह से जुड़े हुए हैं। हमें 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत झंडा बनाने का कार्य सौंपा गया है। केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ उठाते हुए महिलाएं घर से काम कर रही हैं, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं और परिवार का सहारा बन रही हैं।
एक अन्य महिला ने बताया कि 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत सरकार की ओर से झंडा बनाना सौंपा गया है। तिरंगे के निर्माण के बाद इसे हर क्षेत्र में वितरित किया जाएगा। इस अभियान के तहत महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। पहले महिलाएं घर में गृहिणी थीं और पैसों की कमी रहती थी।