क्या एडीजीपी एसपीएस परमार ने सुखबीर बादल और एसएडी नेताओं को तलब किया?
सारांश
Key Takeaways
- पंजाब में चुनावी धांधली के आरोपों की जांच शुरू हो गई है।
- सुखबीर बादल और एसडी नेताओं को तलब किया गया है।
- विवादास्पद ऑडियो क्लिप की जांच की जाएगी।
चंडीगढ़, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों में धांधली के आरोपों के चलते सियासी हलचल तेज हो गई है। रविवार को पंजाब पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एसपीएस परमार ने शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को चंडीगढ़ स्थित पुलिस मुख्यालय में तलब किया।
पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर लगे आरोपों से संबंधित सबूतों की जांच के लिए एसएडी नेताओं को बुलाया गया है। आरोप है कि एक विवादास्पद ऑडियो क्लिप में पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा और अन्य अधिकारियों को आम आदमी पार्टी (आप) को लाभ पहुंचाने की योजना पर चर्चा करते हुए सुना गया है।
एसएडी ने 4 दिसंबर 2025 को पंजाब राज्य चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। उसी दिन पटियाला साइबर क्राइम थाने में एफआईआर 52 भी दर्ज की गई। नोटिस धारा 94 बीएनएस (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) के अंतर्गत जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल ऑडियो क्लिप से संबंधित जांच के लिए सबूत 7 दिसंबर 2025 को सुबह 11 बजे कमरा नंबर 307, तीसरी मंजिल, पंजाब पुलिस मुख्यालय, सेक्टर-9, चंडीगढ़ में प्रस्तुत करें। एसएडी की ओर से कोर कमेटी सदस्य, मुख्य प्रवक्ता एवं लीगल विंग अध्यक्ष एडवोकेट अर्शदीप सिंह क्लेर पेश होंगे।
एसएडी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने 3 दिसंबर को इस विवादास्पद ऑडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर साझा किया। क्लिप में एसएसपी वरुण शर्मा, एक कॉन्फ्रेंस कॉल में एसपी, एसएचओ और डीएसपी को दिशा निर्देश दे रहे हैं कि विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को उनके घरों, गांवों या नामांकन केंद्रों तक पहुंचने से पहले ही रोक लिया जाए।
राज्य चुनाव आयुक्त राज कमल चौधरी ने डीजीपी गौरव यादव से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। डीजीपी ने जांच का जिम्मा एसपीएस परमार को सौंपा है। जांच पूरी होने पर धारा 193 बीएनएस के तहत अदालत में रिपोर्ट पेश की जाएगी।