क्या पंजाब के रेलवे स्टेशनों पर प्रवासियों की भीड़ और सुविधाओं की कमी है?

सारांश
Key Takeaways
- प्रवासी यात्रियों की भारी भीड़ रेलवे स्टेशनों पर देखी जा रही है।
- टिकट और यात्रा सुविधाओं की कमी के कारण प्रवासी नाराज हैं।
- रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है।
- सुरक्षा और व्यवस्था के लिए अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
- प्रवासी रेलवे से और ट्रेनें चलाने की मांग कर रहे हैं।
अमृतसर, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छठ पर्व के अवसर पर पंजाब के रेलवे स्टेशनों पर बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासियों की एक विशाल भीड़ देखी जा रही है। अमृतसर, लुधियाना, जालंधर और पटियाला जैसे प्रमुख स्थानों पर यात्रियों का जमावड़ा लगा हुआ है। प्लेटफॉर्म पर सामान के बैग, परिवारों की चहल-पहल और बच्चों की खुशी का माहौल है, लेकिन टिकट और यात्रा की सुविधाओं की कमी के कारण प्रवासी अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।
अमृतसर रेलवे स्टेशन पर बिहार और यूपी जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में रिजर्वेशन पूरी तरह से भरा हुआ है। जनरल डिब्बों में यात्रियों की इतनी भीड़ है कि पैर रखने की जगह नहीं मिल रही। कई यात्रियों ने बताया कि उन्हें रिजर्वेशन नहीं मिल सका, जिसके कारण मजबूरी में जनरल टिकट लेकर यात्रा करनी पड़ रही है।
बिहारछठ पूजा के लिए घर जा रहे हैं। लेकिन, ट्रेन में सीट नहीं मिल रही। सरकार कहती है कि उसने सुविधाएं बढ़ाई हैं, पर हमें इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा।"
महेश राम यादव ने कहा, "मैं एक महीने के लिए बिहार जा रहा हूं, लेकिन ट्रेन में जगह नहीं है। सरकार की स्पेशल ट्रेनों की बातें केवल कागजों तक सीमित हैं।"
शत्रुघ्न माझी ने कहा, "20-25 दिन के लिए घर जा रहा हूं, लेकिन ट्रेन नहीं मिल रही। अब देखें कैसे पहुंचते हैं।"
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल ने यात्रियों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। रेलवे के अनुसार, छठ पूजा के दौरान कुछ दिनों के लिए अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिनकी समय-सारिणी भी जारी कर दी गई है। हालांकि, प्रवासी इस व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि जमीनी स्तर पर सुविधाएं नाकाफी हैं, और टिकट की कमी के कारण लंबी यात्रा में भारी परेशानी हो रही है।
रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा और व्यवस्था के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया गया है, लेकिन भीड़ के दबाव के कारण यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रवासियों ने रेलवे से और ट्रेनें चलाने और रिजर्वेशन प्रक्रिया को आसान बनाने की मांग की है।