क्या पंजाब के सरकारी अस्पतालों में आठ दवाओं के इस्तेमाल और खरीद पर रोक लगाई गई है?

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क्या पंजाब के सरकारी अस्पतालों में आठ दवाओं के इस्तेमाल और खरीद पर रोक लगाई गई है?

सारांश

पंजाब में स्वास्थ्य विभाग ने आठ दवाओं के उपयोग पर रोक लगाई है। यह निर्णय एडीआर के मामलों के बढ़ने के कारण लिया गया। जानें इस महत्वपूर्ण आदेश के पीछे की वजह और अस्पतालों में क्या बदलाव आएंगे।

Key Takeaways

  • स्वास्थ्य विभाग ने आठ दवाओं पर रोक लगाई है।
  • रोक का कारण 'एडवर्स ड्रग रिएक्शन' के मामले हैं।
  • सभी अस्पतालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
  • समिति को दुष्प्रभावों की रिपोर्ट तुरंत प्रस्तुत करनी है।
  • मरीजों की सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।

चंडीगढ़, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशालय ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में आठ विशेष दवाओं और आईवी फ्लूइड्स के उपयोग, वितरण और खरीद पर तत्काल रोक लगाने का आदेश दिया है। यह निर्णय उन दवाओं के कारण मरीजों में 'एडवर्स ड्रग रिएक्शन' (एडीआर) पाए जाने के बाद लिया गया है।

स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि इन दवाओं का उपयोग तब तक रोकना आवश्यक है जब तक कि कोई नया निर्देश न आए। इस निर्णय का आधार तीन फार्मा कंपनियों द्वारा निर्मित दवाओं में समस्याएं पाई जाने की जानकारी है।

रोक लगाई गई दवाओं की सूची में शामिल हैं: नॉर्मल सैलाइन, सोडियम क्लोराइड इंजेक्शन आईपी 0.9 प्रतिशत, डेक्सट्रोज इंजेक्शन आईपी 5 प्रतिशत, सिप्रोफ्लोक्सासिन इंजेक्शन 200 एमजी, डीएनएस 0.9 प्रतिशत, एन/2 डेक्सट्रोज 5 प्रतिशत, बुपिवाकेन हाइड्रोक्लोराइड और डेक्सट्रोज इंजेक्शन

जारी आदेश में सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल सुपरिटेंडेंट्स को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इन दवाओं का उपयोग, वितरण और खरीद तुरंत रोक दें। इसके अलावा, संबंधित अस्पतालों में इन दवाओं की सूची की जांच कर इनका उपयोग पूर्णतः बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन मरीजों को इन दवाओं के कारण कोई दुष्प्रभाव हुआ है, उनकी रिपोर्ट तुरंत एक समिति के समक्ष प्रस्तुत की जाए। यह समिति इन दवाओं से जुड़े संदिग्ध एडीआर की जांच करेगी और जल्द से जल्द विभाग को रिपोर्ट सौंपेगी।

इस आदेश की जानकारी पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंजाब के मिशन डायरेक्टर, पंजाब हेल्थ सर्विसेज कारपोरेशन मोहाली के प्रबंध निदेशक और अन्य संबंधित अधिकारियों को भी भेजी गई है।

सभी सरकारी अस्पतालों को सतर्क रहने और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, इस मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि स्वास्थ्य सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए। पंजाब सरकार का यह कदम मरीजों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। हमें हमेशा मरीजों की भलाई के लिए तत्पर रहना चाहिए।
NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

क्यों पंजाब में दवाओं पर रोक लगाई गई है?
दवाओं के कारण मरीजों में 'एडवर्स ड्रग रिएक्शन' के मामले सामने आने के बाद रोक लगाई गई है।
रोक लगाई गई दवाओं की सूची में क्या-क्या है?
इसमें नॉर्मल सैलाइन, सोडियम क्लोराइड इंजेक्शन, सिप्रोफ्लोक्सासिन इंजेक्शन आदि शामिल हैं।
क्या अस्पतालों को इस आदेश का पालन करना अनिवार्य है?
हाँ, सभी सरकारी अस्पतालों को इस आदेश का पालन करना अनिवार्य है।
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