क्या पंजाब पुलिस ने गोल्डी बरार के सहयोगी बलजिंदर सिंह को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- गोल्डी बरार का सहयोगी बलजिंदर सिंह गिरफ्तार हुआ।
- पुलिस ने 5 पिस्तल और 10 कारतूस बरामद किए।
- गिरफ्तारी ने संगठित अपराध नेटवर्क को कमजोर किया।
- पुलिस ने एनडीपीएस के तहत मामले दर्ज किए।
- पंजाब पुलिस शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
चंडीगढ़, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इस टीम ने संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात विदेशी गैंगस्टर गोल्डी बरार के सहयोगी बलजिंदर सिंह उर्फ रैंच को गिरफ्तार किया है।
यह गिरफ्तारी मुक्तसर साहिब के मलोट क्षेत्र में एक फ्लाईओवर के नीचे की गई। बलजिंदर के पास से पाँच .32 बोर पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किए गए, जो गोल्डी बरार गिरोह को पंजाब में अशांति और अपराध फैलाने के लिए उपलब्ध कराए जाने थे। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि ये हथियार गोल्डी बरार के निर्देश पर उसके प्रमुख सहयोगी मलकीत सिंह उर्फ कित्ता भानी के माध्यम से खरीदे गए थे, जो फिलहाल कपूरथला जेल में बंद है।
बलजिंदर सिंह का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है, और उसके खिलाफ नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज हैं। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह गिरफ्तारी संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा, "एजीटीएफ ने गोल्डी बरार के नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।"
पुलिस ने मलोट के सदर थाने में आर्म्स एक्ट की धारा 25 और 25(7)(8) के तहत मामला दर्ज किया है। पूरे आपराधिक नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच तेज कर दी गई है।
डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस राज्य में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और संगठित अपराध नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
ज्ञात हो कि गोल्डी बरार, जो कनाडा में रहकर कई आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता है, पंजाब में कई हत्याओं और आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है। इस कार्रवाई को पंजाब में अपराध पर नियंत्रण पाने की दिशा में एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है।