क्या पंजाब पुलिस की एजीटीएफ ने जग्गू भगवानपुरिया गैंग के शूटर को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- गुरलव सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
- उसके पास से दो पिस्तौल और सोलह कारतूस मिले।
- पंजाब पुलिस का उद्देश्य गैंगस्टर नेटवर्क को खत्म करना है।
- गिरफ्तारी के बाद कानूनी कार्रवाई शुरू की गई।
- पुलिस की जांच जारी है और और खुलासे की उम्मीद है।
बटाला, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने बटाला पुलिस के सहयोग से एक महत्वपूर्ण अभियान चलाया और जग्गू भगवानपुरिया गैंग के एक सक्रिय सदस्य गुरलव सिंह उर्फ लव रंधावा को गिरफ्तार किया।
गुरलव बटाला का निवासी है। उसके कब्जे से दो आधुनिक पिस्तौल, तीन मैगजीन और सोलह जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। यह कार्रवाई दोनों पुलिस टीमों के संयुक्त प्रयास से की गई है। पंजाब पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस कार्रवाई की जानकारी साझा की है।
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में कई महत्वपूर्ण तथ्यों का खुलासा हुआ है। गुरलव सिंह विदेश में बैठे अपने हैंडलर अमृत दलम के निर्देश पर काम कर रहा था। अमृत दलम उसे दिशा-निर्देश देता था और उसी के कहने पर वह आपराधिक गतिविधियों में संलग्न होता था।
पुलिस को यह भी पता चला है कि गुरलव का एक पुराना आपराधिक इतिहास है। उस पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट का उल्लंघन, चोरी और सेंधमारी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने तुरंत कानूनी कार्रवाई आरंभ कर दी है। बटाला के पुलिस थाना सिविल लाइंस में आर्म्स एक्ट के तहत उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अब पुलिस उससे गहन पूछताछ कर रही है ताकि गैंग के पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके। जांच अभी भी जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही और खुलासे होंगे।
पंजाब पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वह राज्य में सक्रिय गैंगस्टर नेटवर्क को समाप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। एजीटीएफ जैसी विशेष टीमों का गठन इसी उद्देश्य से किया गया है, ताकि अपराधियों पर नजर रखी जा सके और उन्हें शीघ्र सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके। पुलिस का कहना है कि ऐसे अभियानों से न केवल अपराध में कमी आएगी, बल्कि आम जनता में सुरक्षा का विश्वास भी बढ़ेगा।