क्या पुरी भगदड़ के लिए सीएम मोहन चरण माझी ने भक्तों से माफी मांगी?

सारांश
Key Takeaways
- भगदड़ के कारण तीन लोगों की मौत हुई।
- मुख्यमंत्री ने माफी मांगी और जांच का आदेश दिया।
- भक्तों की सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
भुवनेश्वर, २९ जून (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने इस घटना के लिए माफी मांगी और कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति के लिए मैं सभी जगन्नाथ भक्तों से दिल से खेद प्रकट करता हूं।
सीएम मोहन चरण माझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मैं और मेरी सरकार, सारधाबली में महाप्रभु के दर्शन के लिए उत्साहित भक्तों की भीड़ और भगदड़ के कारण हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए सभी जगन्नाथ भक्तों से दिल से माफी मांगते हैं। मैं सारधाबली में जान गंवाने वाले भक्तों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि वे उन्हें इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति दें। यह लापरवाही अक्षम्य है।
मोहन चरण माझी ने भगदड़ के संबंध में जांच का आदेश भी दिया है। सीएम ने एक्स पर लिखा, "मैंने सुरक्षा चूक की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
ज्ञात हो कि पुरी में रथ यात्रा के दौरान श्री गुंडिचा मंदिर के पास हुई इस दुखद भगदड़ में करीब तीन लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए हैं। यह हादसा सुबह करीब ४:३० बजे हुआ।
इस घटना में जिन तीन लोगों की जान गई है, उनमें दो महिलाएं- प्रभाती दास और बसंती साहू शामिल हैं। इसके अलावा, ७० वर्षीय प्रेमकांत मोहंती की भी भगदड़ में जान गई है। ये तीनों खुरदा जिले के निवासी थे और रथ यात्रा के लिए पुरी पहुंचे थे।
इससे पहले, बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक ने भी पुरी भगदड़ पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, "मैं सारधाबली, पुरी में हुई दुखद भगदड़ में जान गंवाने वाले तीन भक्तों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और इस विनाशकारी घटना में घायल भक्तों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं।"