क्या पीएम मोदी ने अपने दोस्त पुतिन का स्वागत किया?
सारांश
Key Takeaways
- रूस के राष्ट्रपति की भारत यात्रा एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक अवसर है।
- पीएम मोदी ने पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया।
- बातचीत में आर्थिक सहयोग और व्यापार पर ध्यान दिया जाएगा।
- बैनर और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने स्वागत समारोह को भव्य बनाया।
- दोनों राष्ट्राध्यक्ष 2030 तक सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे।
नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दोस्त, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आगमन पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि अपने मित्र का भारत में स्वागत करके उन्हें बहुत प्रसन्नता हुई। वे गुरुवार की शाम और शुक्रवार को होने वाली बातचीत का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। भारत-रूस की मित्रता पुरानी और विश्वसनीय है, जो दोनों देशों के लोगों के लिए लाभदायक रही है।
दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति पुतिन का विमान लैंड हुआ। पीएम मोदी ने उन्हें गले लगाया और गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद दोनों नेता एक ही गाड़ी में प्रधानमंत्री आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पहुंचे।
स्वागत समारोह के दौरान, राष्ट्रपति पुतिन ने एयरपोर्ट पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी दौरा किया और उसकी सराहना की। नई दिल्ली में उनके स्वागत के लिए विभिन्न स्थानों पर बैनर लगाए गए हैं, जो इस महत्वपूर्ण कूटनीतिक संबंध को दर्शाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी, पुतिन के लिए अपने आवास पर डिनर की मेज़बानी करेंगे, जो पिछले वर्ष पुतिन द्वारा मोदी की मॉस्को यात्रा के दौरान की गई मेज़बानी की याद दिलाता है।
शुक्रवार को हैदराबाद हाउस में होने वाली औपचारिक बैठक से पहले, राष्ट्रपति पुतिन का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया जाएगा। पुतिन, महात्मा गांधी स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे।
रूसी सरकारी समाचार एजेंसी तास के अनुसार, राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने इस यात्रा से पहले पुतिन और मोदी के बीच डिनर के दौरान होने वाली बैठक को 'रूसी नेता की यात्रा के प्रमुख बिंदुओं में से एक' बताया। इस दौरान, पुतिन विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जैसे द्विपक्षीय संबंध और अंतरराष्ट्रीय स्थिति।
उशाकोव ने यह भी बताया कि पुतिन की भारत यात्रा के दौरान व्यापार और आर्थिक सहयोग के मुख्य पहलुओं पर चर्चा की जाएगी और कई समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे। दोनों राष्ट्राध्यक्ष 2030 तक भारत और रूस के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा करेंगे।