क्या कतर ने इब्राहिमी मस्जिद पर कब्जा करने की इजरायल की योजना की निंदा की?

सारांश
Key Takeaways
- कतर ने इजरायल की योजना की निंदा की।
- इजरायल का कदम अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
- यह घटना धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को प्रभावित कर सकती है।
दोहा, १८ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल लंबे समय से फिलिस्तीन के खिलाफ युद्ध में शामिल है। गाजा में लगभग २ साल से हमास और इजरायल के बीच भयंकर संघर्ष जारी है। इस संघर्ष ने गाजा को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है। चर्चा है कि इजरायल इब्राहिमी मस्जिद पर कब्जा करने की योजना बना रहा है, जिसे कतर ने गंभीरता से आलोचना की है।
कतर के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के माध्यम से इजरायल की इस योजना की निंदा की है। मंत्रालय ने कहा, "कतर राज्य इब्राहिमी मस्जिद के प्रशासन और पर्यवेक्षण को फिलिस्तीनी धर्मस्व और धार्मिक मामलों के मंत्रालय एवं हेब्रोन नगर पालिका से यहूदी धार्मिक परिषद को हस्तांतरित करने की इजरायली योजना की कड़ी निंदा करता है। यह कदम अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का गंभीर उल्लंघन है और यह दुनिया भर के मुसलमानों के खिलाफ एक जानबूझकर उकसावा है।"
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि कतर किसी भी प्रयास को अस्वीकृत करता है जो इब्राहिमी मस्जिद और अन्य धार्मिक स्थलों की ऐतिहासिक एवं कानूनी स्थिति को बदलने का प्रयास करेगा। कतर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करता है कि वह फिलिस्तीन में धार्मिक पवित्रताओं की रक्षा करे और इजरायल के कब्जे वाले अधिकारियों पर दबाव डाले।
इजरायल लंबे समय से हेब्रोन शहर के मध्य में स्थित इब्राहिमी मस्जिद के आस-पास के क्षेत्र को कब्जाने की योजना बना रहा है। यह जमीन फिलिस्तीन इस्लामिक वक्फ और फिलिस्तीनी प्राधिकरण की है। इजरायल इस क्षेत्र पर कब्जा करके प्रसिद्ध शुहादा स्ट्रीट के थोक बाजार को नष्ट करना चाहता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, हेब्रोन शहर के मध्य में इजरायल की एक अवैध बस्ती है जिसमें ८०० इजरायली भारी सैन्य सुरक्षा घेरे में रहते हैं।