क्या फिल्म 'सरफिरा' को एक साल पूरा हुआ? राधिका मदान ने कहा- 'समय कितनी तेजी से बीतता है'

सारांश
Key Takeaways
- फिल्म ‘सरफिरा’ ने एक साल पूरे किए।
- राधिका मदान ने चुनौतीपूर्ण किरदार 'रानी' निभाया।
- फिल्म का निर्देशन सुधा कोंगरा ने किया है।
- राधिका ने मराठी संस्कृति को समझने के लिए स्थानीय लोगों के साथ समय बिताया।
- उनका अगला प्रोजेक्ट ‘सूबेदार’ है।
मुंबई, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अक्षय कुमार की फिल्म ‘सरफिरा’ को रिलीज होने के एक साल का समय पूरा हो गया है। इस विशेष अवसर पर, अभिनेत्री राधिका मदान ने अपने किरदार ‘रानी’ के बारे में चर्चा की और बताया कि यह भूमिका उनके लिए अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण अनुभव रही है।
उन्होंने कहा, "‘सरफिरा’ को एक साल पूरा हो गया है। समय कितनी तेजी से बीतता है। ऐसा लगता है, जैसे अक्षय और मैं अभी हाल ही में शूटिंग कर रहे थे। रानी का किरदार मेरे करियर का सबसे कठिन रोल था।"
बता दें कि फिल्म ‘सरफिरा’ में राधिका ने अक्षय कुमार की ऑन-स्क्रीन पत्नी का किरदार निभाया था। वह एक महाराष्ट्रीयन महिला के रूप में नजर आईं। उन्होंने बोलने के तरीके, पहनावे और व्यवहार में मराठी संस्कृति और अंदाज को बेहतरीन ढंग से पर्दे पर प्रस्तुत किया।
राधिका ने कहा, "मैं दिल्ली की रहने वाली हूं और हर प्रोजेक्ट में विभिन्न बोलियों के साथ खुद को चुनौती देती रही हूं, जैसे उत्तर प्रदेश की बोली, जयपुरी लहजा और अब मराठी। यह सब मेरे लिए बहुत रोमांचक था। मुंबई में बहुत से लोग मराठी बोलते हैं, इसलिए मैं स्थानीय लोगों के साथ समय बिताती थी ताकि मैं असली मराठी ढंग को समझ सकूं और अपनी मराठी को सुधार सकूं।"
अभिनेत्री ने कहा कि अक्षय कुमार, परेश रावल और फिल्म के निर्माता विक्रम मल्होत्रा जैसे प्रसिद्ध और अनुभवी कलाकारों के साथ काम करना उनके लिए गर्व की बात है।
राधिका ने आगे कहा, "‘सरफिरा’ में अक्षय कुमार के साथ काम करने के बाद, अब मैं हमारे अगले प्रोजेक्ट ‘सूबेदार’ के लिए बहुत उत्साहित हूं।"
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सुधा कोंगरा के निर्देशन में बनी फिल्म ‘सरफिरा’ एक ऐसी दिलचस्प कहानी है जो भारत की तेजी से बढ़ती स्टार्टअप दुनिया और एविएशन इंडस्ट्री के इर्द-गिर्द घूमती है।
काम के मोर्चे पर, राधिका जल्द ही फिल्म ‘सूबेदार’ में नजर आएंगी। इसमें वह अनिल कपूर की बेटी का किरदार निभा रही हैं। फिल्म की कहानी एक सूबेदार अर्जुन मौर्य की है, जो पहले फौज में थे, लेकिन अब सामान्य जिंदगी में लौट आए हैं। इस दौरान उन्हें नई चुनौतियों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।