क्या दिल्ली-बिहार के नटवरलाल हैं राहुल गांधी और तेजस्वी यादव, लोगों को कर रहे गुमराह करने की कोशिश?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को नटवरलाल कहा गया।
- महागठबंधन के पास ठोस मुद्दे नहीं हैं।
- एनडीए की वापसी का माहौल बन रहा है।
- तेजस्वी यादव की भविष्यवाणी विवादित है।
- लालू यादव की जमानत पर सवाल उठाए गए।
पटना, ८ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी के वोट चोरी वाले बयान पर भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे ने एक तीखा जवाब दिया है। उन्होंने राहुल और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव को 'नटवरलाल' की उपाधि देते हुए कहा कि ये दोनों एक ही श्रेणी के हैं और लोगों को गुमराह करने की योजना बना रहे हैं।
पटना में मीडिया के सामने उन्होंने कहा, "ये सभी लोग, चाहे राहुल गांधी हों या तेजस्वी यादव, सभी एक समान हैं। एक बिहार का नटवरलाल है, जबकि दूसरा दिल्ली का नटवरलाल है। वे एक ही श्रेणी में आते हैं और उनके पास चर्चा करने के लिए कोई असली मुद्दा नहीं है।"
अश्विनी चौबे ने आगे कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य लोगों को गुमराह करना और भ्रमित करना है। महागठबंधन के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, केवल गुमराह करने की साजिश है।
एनडीए सरकार की बिहार में वापसी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, "मैं देख रहा हूँ कि एनडीए के पक्ष में माहौल बन रहा है। १४ नवंबर को झूठ बोलने वाले, भ्रष्टाचार करने वाले और वंशवाद को बढ़ावा देने वाले राजद कांग्रेस को जनता कड़ा सबक सिखाएगी।"
पहले चरण के मतदान में हुई भारी मतदान पर उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बनने जा रही है और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे। जनता ने हमें शत-प्रतिशत आशीर्वाद दिया है।
तेजस्वी यादव के शपथ ग्रहण वाले बयान पर उन्होंने कहा कि उनका सपना पूरा नहीं होगा। वे कालकोठरी के मुख्य कैदी होंगे और चुनाव के बाद जेल जाना होगा।
पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के चुनावी प्रचार पर अश्विनी चौबे ने कहा कि लालू यादव जमानत पर हैं और अपराधियों का प्रचार कर रहे हैं। मैंने कोर्ट से अनुरोध किया है कि उनकी जमानत रद्द की जाए क्योंकि वे हिंसक प्रवृत्ति के हैं।
११ नवंबर को दूसरे चरण के लिए मतदान होगा और १४ नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।