क्या राहुल गांधी ने गैरकानूनी तरीके से दरभंगा कल्याण छात्रावास में प्रवेश किया?

सारांश
Key Takeaways
- गैरकानूनी तरीके से छात्रावास में प्रवेश करना कानून का उल्लंघन है।
- राजनीतिक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वे संविधान का सम्मान करें।
- सरकार ने सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
गोपालगंज, १५ जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम ने कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने दरभंगा के दौरे के दौरान गैरकानूनी तरीके से और गुंडागर्दी करते हुए कल्याण छात्रावास में प्रवेश किया।
उन्होंने गोपालगंज में आयोजित एक प्रेस वार्ता में बताया कि राहुल गांधी ने दरभंगा के अम्बेडकर कल्याण छात्रावास में जबरन प्रवेश करने की कोशिश की थी। उन्हें न तो जिला प्रशासन और न ही संबंधित विभाग से कोई अनुमति प्राप्त थी।
मंत्री ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने गैरकानूनी तरीके से और पूरी तरह से राजनीतिक ड्रामा करते हुए छात्रावास में प्रवेश किया। प्रशासन द्वारा मना किए जाने के बावजूद उन्होंने जबरन प्रवेश किया, जो एक प्रकार से कानून का उल्लंघन और गुंडागर्दी है।
जनक राम ने बताया कि इस मामले में विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है। राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और यह जांच की जा रही है कि किन-किन प्रशासनिक अधिकारियों ने इस मामले में लापरवाही बरती। इस घटना में जो भी अधिकारी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। कानून को किसी भी कीमत पर ताक पर नहीं रखा जा सकता, चाहे वह आम नागरिक हो या कोई बड़ा नेता।
उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि राज्य की संवैधानिक व्यवस्था को चुनौती देने का प्रयास है। भविष्य में यदि कोई व्यक्ति इस प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि में लिप्त पाया गया, तो सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।
१५ मई को राहुल गांधी ने दरभंगा के अम्बेडकर कल्याण छात्रावास परिसर में पहुंचे थे और वहां लोगों को संबोधित किया था।
इसके बाद जिला कल्याण पदाधिकारी आलोक कुमार को राज्य के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के अपर सचिव द्वारा निलंबित कर दिया गया है। उन पर विभागीय गाइडलाइन की अनदेखी, प्रशासनिक लापरवाही, कर्तव्यहीनता और मनमानी के आरोप लगे हैं।