क्या राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी कांग्रेस?

सारांश
Key Takeaways
- पप्पू यादव का उपराष्ट्रपति चुनाव में 'इंडिया गठबंधन' का समर्थन।
- बिहार में कांग्रेस का बदलाव के लिए प्रयास।
- राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की तैयारी।
- महागठबंधन में विश्वास और समर्थन में वृद्धि।
- बिहार की जनता के बीच राहुल गांधी के विचारों का सम्मान।
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्णिया से लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने उपराष्ट्रपति चुनाव में 'इंडिया गठबंधन' के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी की जीत की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि संवैधानिक दायित्वों और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए सभी दलों को 'इंडिया गठबंधन' के उम्मीदवार को वोट देना चाहिए।
पप्पू यादव ने सोमवार को राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में कहा, "उपराष्ट्रपति चुनाव में सभी पार्टियों के अपने अधिकार हैं। मुझे लगता है कि इस चुनाव में बेहतर परिणाम पाने का समय आ गया है। वह एक विद्वान और पूर्व न्यायाधीश हैं और मेरा मानना है कि पार्टी से ऊपर उठकर सबके हित में न्याय करेंगे। संवैधानिक दायित्वों और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करनी है तो सभी दलों को 'इंडिया गठबंधन' के उम्मीदवार को वोट देना चाहिए।"
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही चर्चाओं पर पप्पू यादव ने कहा, "इस मामले में फैसला प्रभारी और पार्टी के अध्यक्ष को करना है। कांग्रेस नेतृत्व और राहुल गांधी ने समाज में एक नई उम्मीद और विश्वास जगाने का कार्य किया है। मेरा मानना है कि बिहार अब बदलाव की ओर बढ़ रहा है। बिहार की जनता राहुल गांधी के विचारों और संघर्षों के साथ खड़ी है। मुझे विश्वास है कि बिहार ही देश को नई दिशा देगा। इस बार बिहार में बदलाव आएगा और बिहार विरोधी, युवा विरोधी तथा गरीब विरोधी सरकार का अंत होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस के लिए हमेशा से ही विचारधारा और मुद्दे महत्वपूर्ण होते हैं। पार्टी के लिए इससे बड़ा कुछ नहीं है। कांग्रेस हमेशा अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य करती है और आज कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए सबसे बड़ा मुद्दा एनडीए है। राहुल गांधी के लिए सीटें मायने नहीं रखतीं, बल्कि उनका उद्देश्य 'इंडिया गठबंधन' को मजबूत करना है।"
बिहार में कांग्रेस की भूमिका पर पप्पू यादव ने कहा, "कांग्रेस बिहार में छोटे या बड़े भाई की भूमिका में नहीं है, बल्कि सभी लोग मिलकर कार्य कर रहे हैं। इस समय हम सभी का विश्वास बढ़ रहा है और हमारे कुनबे में भी इजाफा हो रहा है। हेमंत सोरेन के आने से महागठबंधन के वोटों में वृद्धि होगी। मुझे लगता है कि हमारी पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में उनके विचारों को अपनाते हुए चुनाव लड़ेगी। राहुल गांधी के हाथ में ही देश सुरक्षित रहेगा और उनका संघर्ष सराहनीय है।