क्या राहुल गांधी की कनपटी पर कट्टा लगाकर तेजस्वी यादव के सीएम फेस की घोषणा हुई?
                                सारांश
Key Takeaways
- भाजपा का आरोप है कि राजद ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा लगाकर सीएम पद चुराया है।
 - तेजस्वी यादव की उम्मीदें चुनाव में कमजोर पड़ रही हैं।
 - कांग्रेस और राजद के कार्यकर्ताओं के बीच आपसी संघर्ष हो रहा है।
 - एनडीए का प्रचार प्रभावी और मजबूत है।
 - माई
 
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान का जोरदार समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा कि राजद ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा लगाकर मुख्यमंत्री पद को चुराया है।
उन्होंने कहा कि यदि आप कांग्रेसी नेताओं से व्यक्तिगत रूप से बात करें, तो वे भी स्वीकार करेंगे कि राहुल गांधी की कनपट्टी पर कट्टा लगाकर तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस घोषित किया गया है।
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में महागठबंधन के वादों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव अच्छी तरह जानते हैं कि इस चुनाव में महागठबंधन बुरी तरह हारने वाला है। अभी भी कई सीटों पर राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में लड़ रहे हैं। ‘हर घर नौकरी’ जैसे खोखले वादे कर रहे हैं, जबकि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में वापस आ रहा है। महागठबंधन के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।
पहले चरण के प्रचार के अंतिम दिन हुसैन ने कहा कि प्रचार आज समाप्त हो रहा है और यह स्पष्ट है कि महागठबंधन प्रचार में बुरी तरह पिछड़ गया है। कांग्रेस चुनाव के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध नहीं है। जितनी मेहनत कांग्रेस ने ‘घुसपैठ यात्रा’ को बचाने में की थी, उतने नेता चुनाव प्रचार में भी नहीं आए। कांग्रेस के लोग दुआ कर रहे हैं कि राजद हार जाए।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भविष्य के लिए मुस्लिम-दलित वोट को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। महागठबंधन का प्रचार खत्म हो चुका है, भाषण देकर चले जाते हैं। वहीं, एनडीए का प्रचार बहुत मजबूत और प्रभावी है।
हुसैन ने कहा कि बिहार में माई (मुस्लिम-यादव) समीकरण पूरी तरह खत्म हो चुका है। अब मुस्लिम-यादव गठजोड़ नहीं रहा, बल्कि तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी का नया समीकरण बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन जब माई समीकरण ही ध्वस्त हो गया है तो इससे साफ है कि महागठबंधन बुरी तरह हार जाएगा। एसआईआर को लेकर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने गलत धारणा बनाई थी।
बिहार में एसआईआर हुआ, फिर भी वोट चोरी का झूठा आरोप लगाया जा रहा है, जिसे बिहार की जनता अच्छी तरह समझ चुकी है। अब तो राहुल गांधी अपने भाषण में एसआईआर पर एक लाइन भी नहीं बोलते। देश में एसआईआर होना अच्छी बात है।