क्या राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के आंकड़ों के आधार पर बयान दिया? : सुरेंद्र राजपूत

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का बयान चुनाव आयोग के आंकड़ों पर आधारित है।
- मतदाता सूची में गड़बड़ी का मुद्दा गंभीर है।
- सुरेंद्र राजपूत ने अनुराग ठाकुर पर भी हलफनामा दाखिल करने का दबाव डाला।
- इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी पर गर्व है।
- यह मामला चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को प्रभावित कर रहा है।
लखनऊ, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा कि जो लोग उनसे 'वोट चोरी' के मुद्दे पर हलफनामा मांग रहे हैं, पहले उन्हें यह साबित करना चाहिए कि मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी नहीं है।
कांग्रेस नेता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि महादेवपुरा विधानसभा में जो वोटों की गड़बड़ी सामने आई है, वह सभी चुनाव आयोग की मतदाता सूची के आधार पर ही निकाली गई है। राहुल गांधी ने अपनी ओर से कुछ नहीं कहा है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने मतदाता सूची के आधार पर ही अपना पीपीटी तैयार किया था। उन्होंने जो कुछ भी कहा, वह सभी आंकड़ों पर आधारित था। यदि वहां गुरजीत सिंह डंग के चार-चार नाम हैं, तो वह भी चुनाव आयोग की सूची में दर्ज हैं। ऐसे में राहुल गांधी ने मतदाता सूची के बाहर कोई बात नहीं की है। जिनका मकान नंबर जीरो था, वह भी चुनाव आयोग की सूची में है। इसके अलावा, यदि 98 या 94 वर्ष के मतदाता को 'फर्स्ट टाइम वोटर' के रूप में दर्शाया गया, तो वह भी चुनाव आयोग की सूची में है। मैं फिर से कहना चाहता हूँ कि राहुल गांधी का जो कुछ भी कहना था, वह सभी चुनाव आयोग के आंकड़ों पर आधारित था।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि यह सभी गड़बड़ियां चुनाव आयोग की तरफ से हुई हैं, इसलिए हलफनामा भी आयोग को ही दाखिल करना चाहिए। चुनाव आयोग को अनुराग ठाकुर से भी हलफनामा मांगना चाहिए, क्योंकि उन्होंने छह लोकसभा सीटों में वोटों की गड़बड़ी की बात कही थी। ऐसे में निश्चित तौर पर उन्हें भी इस संबंध में हलफनामा दाखिल करना चाहिए।
'वोटर अधिकार यात्रा' पर तेज प्रताप यादव की प्रतिक्रिया पर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि हम जो मुद्दे उठा रहे हैं, वे बेहद महत्वपूर्ण हैं। आप एक अच्छे परिवार के सदस्य हैं। हम आपके बारे में कुछ भी नहीं कहना चाहते। राहुल गांधी जनता से जुड़े हर मुद्दे को प्राथमिकता दे रहे हैं। चाहे वह 'वोट चोरी' का मुद्दा हो या महंगाई। क्या बिहार में जो जंगलराज है, उसे भी तेजस्वी यादव और राहुल गांधी चला रहे हैं। ऐसे में तेज प्रताप यादव को हमारा समर्थन करना चाहिए।
इंडिया गठबंधन की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में बी. सुदर्शन रेड्डी को चुना गया है। इस पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि बी. सुदर्शन रेड्डी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चयन पर हमें गर्व है। वे सुप्रीम कोर्ट के जज रह चुके हैं। उनका नाम अब तक किसी विवाद से नहीं जुड़ा है।