क्या मध्य प्रदेश में चुनाव की चोरी रोकने के लिए कार्यकर्ता तैयार रहेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव की चोरी के खतरे के प्रति सचेत रहना आवश्यक है।
- जातीय जनगणना को प्राथमिकता दी जाएगी।
- कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सशक्त चुनावी तैयारी करनी होगी।
- सोशल मीडिया का सही उपयोग करना पड़ेगा।
- भाजपा पर घोटालों का आरोप।
धार, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के धार जिले के मांडू में सोमवार को कांग्रेस विधायकों का दो दिवसीय नव संकल्प शिविर आरंभ हुआ। इस शिविर में कांग्रेस के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वर्चुअली भाग लिया और कहा कि निकट भविष्य में मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव में 'चुनाव की चोरी' का खतरा हो सकता है, इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सशक्त चुनावी तैयारी करनी होगी।
ऐतिहासिक नगरी मांडू में संकल्प शिविर की शुरुआत ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान के साथ हुई। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी, तो जातीय जनगणना करवाई जाएगी। सरकारी नौकरियों में दलित, पिछड़ों, आदिवासियों और महिलाओं को अवसर प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा देश में नफरत फैलाने का काम कर रही है। महाराष्ट्र के बाद मतदाता सूची में गड़बड़ी की योजना है और मध्य प्रदेश में भी चुनाव चोरी हो सकता है। इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगन से चुनावी तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ और युवा नेता मिलकर मध्य प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत बनाएं। इस प्रकार के आयोजनों को जारी रखते हुए सड़क पर भी आंदोलन करें।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि आगामी चुनाव एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) द्वारा प्रबंधित होंगे। कांग्रेस को भी सोशल मीडिया को एक शक्तिशाली उपकरण बनाना पड़ेगा। सोच में बदलाव की आवश्यकता है। पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता और परिवर्तन आवश्यक है।
उन्होंने यह भी कहा कि संगठन को मेरे अनुसार चलाने की जिद छोड़नी होगी। जातिगत जनगणना राहुल गांधी की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार घोटालों में फंसी हुई है और जनता परेशान है। किसान खाद के लिए संघर्ष कर रहा है। यह महिलाओं, युवाओं, गरीबों, आदिवासियों और प्रदेश के हर नागरिक की खुशहाली का नव संकल्प है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि पार्टी एक शरीर है और विधायक उसका चेहरा हैं। हमारे पास अगले तीन वर्ष और चार माह का समय है। कांग्रेस के लिए यह एक परीक्षा की घड़ी है और 2028 में हमें सफल होना है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी वर्चुअल रूप से शिविर से जुड़कर अपना समर्थन व्यक्त किया।