क्या इंदौर के एमवाय अस्पताल में बच्चों की मौत हादसा नहीं बल्कि हत्या है? : राहुल गांधी

सारांश
Key Takeaways
- इंदौर के एमवाय अस्पताल में हुई घटना का गहरा असर है।
- राहुल गांधी का आरोप है कि यह हत्या है।
- सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही पर सवाल उठता है।
- राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं।
- यह मामला स्वास्थ्य के अधिकार की रक्षा की आवश्यकता को दर्शाता है।
भोपाल/नई दिल्ली, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल, इंदौर का एमवाय अस्पताल, जहां हाल ही में चूहों के काटने से दो नवजात शिशुओं की मौत हुई, पर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे एक साधारण हादसा नहीं, बल्कि हत्या बताया।
राहुल गांधी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने देश के करोड़ों गरीबों से स्वास्थ्य का अधिकार छीन लिया है और अब मां की गोद से बच्चे भी छिन रहे हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "इंदौर में मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में चूहों के काटने से दो नवजात शिशुओं की मौत, यह कोई दुर्घटना नहीं, यह सीधी-सीधी हत्या है। यह घटना इतनी भयावह, अमानवीय और असंवेदनशील है कि इसे सुनकर भी रूह कांप जाए।"
उन्होंने आगे कहा, "एक मां की गोद से उसका बच्चा छिन गया, सिर्फ इसलिए क्योंकि सरकार ने अपनी सबसे बुनियादी जिम्मेदारी नहीं निभाई। हेल्थ सेक्टर को जानबूझकर प्राइवेट हाथों में सौंप दिया गया, जहां इलाज अब केवल अमीरों के लिए उपलब्ध है, और गरीबों के लिए सरकारी अस्पताल अब जीवनदायी नहीं, बल्कि मौत के अड्डे बन चुके हैं।"
राहुल गांधी ने लिखा, "प्रशासन हर बार की तरह कहता है, जांच होगी, लेकिन सवाल यह है कि जब आप नवजात बच्चों की सुरक्षा तक नहीं कर सकते, तो सरकार चलाने का क्या हक है? पीएम मोदी और एमपी के मुख्यमंत्री को शर्म से सिर झुका लेना चाहिए। आपकी सरकार ने देश के करोड़ों गरीबों से स्वास्थ्य का अधिकार छीन लिया है और अब मां की गोद से बच्चे तक छिनने लगे हैं। मोदी जी, यह आवाज उन लाखों मां-बाप की तरफ से उठ रही है जो आज सरकारी लापरवाही का शिकार हो रहे हैं। क्या जवाब देंगे? हम चुप नहीं रहेंगे। यह लड़ाई हर गरीब, हर परिवार, और हर बच्चे के हक की है।"
हाल ही में एमवाय अस्पताल के वार्ड में चूहों ने दो नवजात शिशुओं को काट लिया था। इन दोनों बच्चों की मौत हो गई है। राज्य सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।