क्या राहुल गांधी-तेजस्वी यादव की 'वोट अधिकार यात्रा' स्थगित हो गई?

सारांश
Key Takeaways
- वोट अधिकार यात्रा को स्थगित किया गया है।
- राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे।
- मतदाता सूची में कई नाम कटे हैं।
- बिहार के 38 जिलों में वोटर लिस्ट का गहन पुनरीक्षण हुआ है।
- आगामी कार्यक्रम की सूचना जल्द दी जाएगी।
पटना, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस ने 10 अगस्त को 'वोट अधिकार यात्रा' आयोजित करने का निर्णय लिया था, लेकिन अब इस यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। इस बात की जानकारी राजद ने साझा की है।
राजद ने सोमवार को 'वोट अधिकार यात्रा' को स्थगित करने के बारे में एक पत्र जारी किया है। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की 'वोट अधिकार यात्रा' को आगे बढ़ाया गया है। पहले यह यात्रा राखी के बाद 10 अगस्त से होने वाली थी। हालांकि, यात्रा की नई तारीख अभी तक घोषित नहीं की गई है।
राजद के प्रदेश कार्यालय द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के 'वोट अधिकार यात्रा' कार्यक्रम की सूचना दी गई थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों से यात्रा की तिथि में बदलाव किया गया है, इसलिए नई तिथि की घोषणा तक इस सूचना को निरस्त माना जाए। आगामी कार्यक्रम की सूचना समय पर दी जाएगी।
बता दें कि बिहार मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के बाद इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने 1 अगस्त को पहला संशोधित वोटर लिस्ट ड्राफ्ट जारी किया था। राज्य के सभी 38 जिलों के लिए जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में सबसे ज्यादा वोटरों के नाम पटना जिले में कटे हैं, जबकि दूसरे नंबर पर मधुबनी और तीसरे नंबर पर पूर्वी चंपारण हैं।
चुनाव आयोग ने जिलेवार ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की है। इस सूची में किस जिले में कितने वोटर थे, कितने वोटर बचे और कितने के नाम काटे गए, इसकी पूरी जानकारी दी गई है। बिहार के कुल 7,89,69,844 मतदाताओं में से 65,64,075 के नाम हटा दिए गए हैं। ड्राफ्ट लिस्ट में 7,24,05,756 मतदाताओं के नाम शामिल हैं।