क्या वोट चोरी सीधे संविधान पर आक्रमण है? राहुल गांधी

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क्या वोट चोरी सीधे संविधान पर आक्रमण है? राहुल गांधी

सारांश

राहुल गांधी ने अपनी वोटर अधिकार यात्रा के दौरान गयाजी में भाजपा और चुनाव आयोग पर वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह संविधान पर सीधा आक्रमण है। क्या बिहार की जनता इस मुद्दे पर एकजुट होगी?

Key Takeaways

  • राहुल गांधी ने वोट चोरी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण आवाज उठाई।
  • सभी दलों को मिलकर चुनाव आयोग पर दबाव बनाना चाहिए।
  • बिहार की जनता को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना जरूरी है।

गयाजी, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपनी वोटर अधिकार यात्रा के दूसरे दिन सोमवार की शाम गयाजी पहुंचे। यहां उनका स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया।

सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा और चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा किया और निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वोट चोरी सीधे संविधान पर आक्रमण है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग को बताया गया है कि कई तरीकों से वोट चोरी हो रही है। डुप्लीकेट वोटर, फेक एड्रेस और फेक फोटो के जरिये वोट की चोरी हो रही है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में चुनाव के बाद की गई जांच में चोरी की घटनाएं पकड़ी गई हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग यह नहीं कहता कि विपक्ष के नेता ने मुद्दा उठाया है, उसकी जांच की जाएगी, बल्कि मुझसे ही एफिडेविट मांगने लगा। चुनाव आयोग कहता है कि पहले शिकायत क्यों नहीं की? कांग्रेस नेता ने कहा कि चोरी चुनाव आयोग की पकड़ में आई है और एफिडेविट हमसे मांगा जा रहा है।

उन्होंने चुनाव आयोग को चुनौती देते हुए कहा कि थोड़ा समय दे दो, पूरा देश आपसे एफिडेविट मांगने का काम करेगा। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही वे सभी राज्यों में वोट की चोरी पकड़कर दिखाएंगे। राहुल गांधी ने आगे एसआईआर की चर्चा करते हुए कहा कि यह नए तरीके से वोट की चोरी करने का तरीका लाया गया है। अब ये लोग नए तरीके से बिहार में चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि बिहार की जनता चुनाव आयोग और भाजपा को एक स्वर से कहेगी कि वोट चोरी नहीं हो सकती है। इससे पहले, राहुल गांधी ने औरंगाबाद के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना कर आज की यात्रा की शुरुआत की थी। उनके साथ उनकी इस यात्रा में राजद के नेता तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के घटक दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा कल यानी 17 अगस्त को बिहार के सासाराम से शुरू हुई है। 16 दिन की यह यात्रा लगभग 20 जिलों से होकर गुजरेगी और 1,300 किलोमीटर का पूरा सफर होगा। एक सितंबर को पटना में बड़ी रैली के साथ यात्रा का समापन होगा।

Point of View

यह कहना उचित है कि राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा एक महत्वपूर्ण पहल है। वोट चोरी का मुद्दा हमारे लोकतंत्र की नींव को हिलाने वाला हो सकता है। ऐसे में जनता को जागरूक होना जरूरी है।
NationPress
18/08/2025

Frequently Asked Questions

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का उद्देश्य क्या है?
इस यात्रा का उद्देश्य वोटिंग अधिकारों की रक्षा करना और चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ जागरूकता फैलाना है।
क्या वोट चोरी की घटनाएं सच हैं?
राहुल गांधी के अनुसार, कई राज्यों में चुनाव के बाद जांच में वोट चोरी की घटनाएं सामने आई हैं।
इस यात्रा में कौन-कौन शामिल हैं?
राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव और अन्य महागठबंधन नेता शामिल हैं।
यह यात्रा कब समाप्त होगी?
यह यात्रा 1 सितंबर को पटना में एक बड़ी रैली के साथ समाप्त होगी।
क्या चुनाव आयोग कार्रवाई करेगा?
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को चुनौती दी है कि उन्हें मामले की जांच करनी चाहिए।