क्या राहुल गांधी ने मखाना किसानों की समस्याएं सुनीं?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने मखाना किसानों की समस्याओं को सुना।
- यात्रा का उद्देश्य किसानों के अधिकारों का समर्थन करना है।
- इसमें कई प्रमुख नेताओं की भागीदारी है।
- यात्रा 1 सितंबर को पटना में समाप्त होगी।
- 16 दिनों में 20 जिलों की यात्रा होगी।
कटिहार, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को अपनी वोटर अधिकार यात्रा के तहत कटिहार में मखाना किसानों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को समझा। उनकी यह यात्रा भागलपुर के नवगछिया से प्रारंभ हुई।
जैसे ही यात्रा कटिहार के कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र में पहुँची, राहुल गांधी स्थानीय मखाना किसानों से मिले। इस अवसर पर वे किसानों के साथ तालाब में भी गए और मखाना निकाला। उन्होंने किसानों से मखाना के उत्पादन की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी ली। साथ ही, उन्होंने किसानों की समस्याओं पर भी चर्चा की। इस दौरान उनके साथ बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम भी उपस्थित थे।
राहुल गांधी यात्रा के दौरान लगातार जनता से मिल रहे हैं। भीड़ को देखते हुए प्रशासन और पुलिस पहले से ही सजग हैं। यह वोटर अधिकार यात्रा का सातवां दिन है, जिसकी शुरुआत आज नवगछिया से हुई। यात्रा कटिहार से डुमर, भोला पासवान चौक, कोढ़ा होते हुए हसनगंज रोड, टिलास गाँव से होते हुए पूर्णिया पहुंचेगी।
इस यात्रा में बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के अन्य दलों के नेता भी शामिल हैं। बिहार में चल रही मतदाता पुनरीक्षण के खिलाफ इंडिया ब्लॉक की वोटर अधिकार यात्रा के तीसरे चरण में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी। वे 26 और 27 अगस्त को यात्रा में आएंगी। इसके अलावा, इस चरण में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी भाग लेंगे।
आपको बता दें कि राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 17 अगस्त को बिहार के सासाराम से शुरू हुई थी। यह यात्रा 16 दिनों में लगभग 20 जिलों से होकर गुजरेगी और 1,300 किलोमीटर की यात्रा करेगी। 1 सितंबर को पटना में एक बड़ी रैली के साथ यात्रा का समापन होगा।