क्या रेलवे ने ट्रेन टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है?

सारांश
Key Takeaways
- टिकट बुकिंग में आधार से प्रमाणन आवश्यक होगा।
- फर्जी बुकिंग पर लगाम लगेगा।
- 15 मिनट के भीतर केवल प्रमाणित उपयोगकर्ता बुक कर सकेंगे।
- रेलवे सिस्टम को अपडेट किया जाएगा।
- यात्रियों को अपनी प्रोफाइल अपडेट करने की सलाह दी गई है।
रायपुर, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। रेल मंत्रालय ने ट्रेन टिकट बुकिंग के नियमों में एक महत्वपूर्ण सुधार किया है। अब 1 अक्टूबर से किसी भी ट्रेन की जनरल रिजर्वेशन खुलने के पहले 15 मिनट तक केवल आधार से प्रमाणित उपयोगकर्ता ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप के माध्यम से टिकट बुक कर सकेंगे। पहले यह नियम केवल तत्काल टिकटों पर लागू था, किन्तु अब इसे सभी जनरल रिजर्वेशन टिकटों पर लागू किया जा रहा है।
रेलवे का कहना है कि यह कदम आम यात्रियों के लिए लाभकारी होगा। इससे फर्जी बुकिंग और टिकटों की कालाबाजारी पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में भी इस बदलाव का असर पड़ेगा, क्योंकि यहाँ बड़ी संख्या में लोग ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह सुधार यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करेगा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाएगा।
जानकारी के अनुसार, 15 मिनट की अवधि समाप्त होने के बाद ट्रैवल एजेंट भी ऑनलाइन टिकट बुक कर सकेंगे। हालांकि, रेलवे काउंटर से टिकट खरीदने की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं होगा और यह पहले की तरह जारी रहेगी। रेलवे ने इस बदलाव को लागू करने के लिए तकनीकी तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे सूचना प्रणाली को अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि नया सिस्टम सुचारू रूप से कार्य कर सके। साथ ही, सभी अधिकारियों को नए नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए निर्देशित किया गया है।
छत्तीसगढ़ में, जहाँ रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ जैसे शहरों से रोजाना सैकड़ों यात्री ट्रेन से यात्रा करते हैं, यह बदलाव यात्रियों के लिए राहत और चुनौती दोनों ला सकता है। आधार प्रमाणन से पहले जिन लोगों ने अपना खाता अपडेट नहीं किया, उन्हें जल्द से जल्द ऐसा करना होगा। रेलवे ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी आईआरसीटीसी प्रोफाइल में आधार लिंक करें, ताकि टिकट बुकिंग में कोई समस्या न आए।