क्या 'घनी बावरी' से 'तुम हो तो' तक, गीतकार राज शेखर का बॉलीवुड सफर अद्भुत है?

सारांश
Key Takeaways
- राज शेखर ने असिस्टेंट डायरेक्टर से गीतकार बनने का सफर तय किया।
- उनके गीतों ने सिनेमा में एक नई पहचान बनाई।
- उन्होंने 100 से अधिक गीत लिखे हैं।
- दर्शकों की सराहना उनके लिए महत्वपूर्ण है।
- राज का मानना है कि हर गीत को बेहतरीन बनाना चाहिए।
नई दिल्ली, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड में कुछ गाने सीधे दिल को छू जाते हैं, और इन गीतों के पीछे मशहूर गीतकार राज शेखर की कलम का कमाल है। राज शेखर ने अपने करियर की शुरुआत एक असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में की थी, लेकिन अब उन्होंने अपनी कलम के दम पर हिंदी सिनेमा में एक अनोखी पहचान बनाई है। उन्होंने तनु वेड्स मन्नू के ‘घनी बावरी’ से लेकर सैयारा के ‘तुम हो तो’ तक अपने गीतों में जादू बिखेरा है। आज तक वे हिंदी सिनेमा में गीतों का शतक बना चुके हैं और उनका सफर अब भी जारी है।
22 सितंबर को जन्मे राज शेखर ने हिंदी सिनेमा में ऐसी धुनें बनाई हैं जो लाखों दिलों की धड़कन बन चुकी हैं। कभी कविता के शौकीन रहे इस फनकार ने कभी भी गीतकार बनने का सपना नहीं देखा था, लेकिन निर्माता-निर्देशक आनंद एल. राय के भरोसे ने उनकी जिंदगी बदल दी। उनका सफर तनु वेड्स मन्नू से शुरू होकर सैयारा के ‘तुम हो तो’ तक पहुंचा है, और अब वे बॉलीवुड के सबसे प्रसिद्ध गीतकारों में एक माने जाते हैं।
राज शेखर ने एक बार एक इंटरव्यू में बताया था कि फिल्म तनु वेड्स मन्नू में उन्होंने भले ही गीतकार के रूप में डेब्यू किया, लेकिन वे मूल रूप से इस फिल्म में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर कार्यरत थे। एक दिन निर्देशक आनंद एल. राय ने उनसे कहा कि वे एक गाना लिखें। राज ने कभी गीत लिखने का सपना नहीं देखा था, लेकिन उन्होंने गीत लिखे और दर्शकों ने उन्हें पसंद किया। इस गीत की सफलता ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया और अब वे बॉलीवुड के बेहतरीन गीतकारों में से एक हैं।
2017 में तनु वेड्स मन्नू रिटर्न्स के गीतों ने उनकी पकड़ को और मजबूत किया। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में गीत लिखे, और अब तक वे 100 गीत लिख चुके हैं। हाल ही में सैयारा के ‘तुम हो तो’ को दर्शकों ने खूब सराहा। हालांकि, उनके करियर में एक ऐसा दौर भी आया जब उनके पास तीन वर्षों तक काम नहीं था।
राज शेखर का कहना है कि वह ज्यादा गीत लिखने के बारे में नहीं सोचते हैं, बल्कि एक गीत को और बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। दर्शकों की ओर से मिल रही सराहना ही उनके लिए काफी है। राज ने कई निर्माता-निर्देशकों के साथ काम किया है और भविष्य में निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ काम करने की इच्छा रखते हैं।
राज शेखर की यात्रा यह दर्शाती है कि कभी-कभी जिंदगी के अनपेक्षित मोड़ ही सबसे बड़ी सफलताओं का कारण बनते हैं। उनकी कलम आज भी बॉलीवुड को नई धुनें सुनाती है, और उम्मीद है कि जल्द ही कोई नया हिट उनके नाम से जुड़ जाएगा।