क्या राज ठाकरे ने मुंबई बीएमसी चुनाव को लेकर गंभीर चिंता जताई है?
सारांश
Key Takeaways
- राज ठाकरे ने बीएमसी चुनाव को लेकर चिंता जताई।
- उन्होंने मतदाताओं को सजग रहने की सलाह दी।
- राजनीतिक दलों पर धांधली का आरोप लगाया।
- युवाओं और महिलाओं से मतदान केंद्रों पर जाने की अपील की।
- बीएमसी चुनाव मराठी अस्मिता का प्रश्न है।
मुंबई, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को मुंबई में आयोजित कोंकण महोत्सव के दौरान आगामी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने चुनाव आयोग और राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए मराठी मतदाताओं से सतर्क रहने और मतदाता सूची में हो रही कथित धांधली पर कड़ी नजर रखने की अपील की।
राज ठाकरे ने अपने भाषण में कहा, "बेपरवाह मत होइए। अपने आस-पास नजर रखिए। जिस तरह की राजनीति आज चल रही है, उसमें मतदाता सूची में क्या-क्या हो रहा है, इस पर पूरा ध्यान दीजिए। क्या मतदाता असली हैं या नकली? यह बहुत बड़ा सवाल है। मराठी मानुस के लिए यह आने वाला बीएमसी चुनाव आखिरी चुनाव साबित होगा। अगर हम लापरवाह रहे, तो मुंबई महानगरपालिका हमारे हाथ से हमेशा के लिए निकल जाएगी।"
मनसे प्रमुख ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, "सजग रहिए, जागृत रहिए। अगर मुंबई हमारे हाथ से चली गई, तो ये लोग (गैर-मराठी समूहों की ओर इशारा करते हुए) पूरे शहर में हंगामा मचाएंगे। मुंबई हमारी है, इसे हम किसी भी कीमत पर खोने नहीं देंगे।"
राज ठाकरे ने मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर फर्जी नाम जोड़े जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल जानबूझकर मुंबई की जनसांख्यिकी बदलने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में लाखों संदिग्ध नाम मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं, जिसका मकसद मराठी वोटों को कमजोर करना है।
उन्होंने युवाओं और मराठी महिलाओं से विशेष रूप से अपील की कि वे अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर जाकर सूची की जांच करें और किसी भी तरह की गड़बड़ी की शिकायत तुरंत करें। उन्होंने कहा, "ये सिर्फ एक चुनाव नहीं, मुंबई की अस्मिता और मराठी मानुष के अस्तित्व का सवाल है।"
बता दें कि बीएमसी चुनाव को लेकर राजनीति तेज है। मनसे ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह इस चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरेगी और अकेले चुनाव लड़ेगी।