क्या ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर किया तंज, 'बदलाव अकेले नहीं ला सकते'?
सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव को गठबंधन की ताकत समझनी चाहिए।
- राजनीति में एकता और समन्वय की आवश्यकता है।
- प्रधानमंत्री मोदी का उदाहरण लिया गया है।
- अकेले बदलाव नहीं लाया जा सकता।
- मुलायम सिंह यादव की विचारधारा को अपनाना जरूरी है।
लखनऊ, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के हालिया बयानों पर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यदि अखिलेश यादव सच में उत्तर प्रदेश में बदलाव लाना चाहते हैं, तो उन्हें गठबंधन की ताकत और एकता की राजनीति को समझना होगा।
राजभर ने चुटकी लेते हुए कहा, "अकेले चलकर आप उत्तर प्रदेश में बदलाव नहीं ला सकते। मैं फिर वही बात कहूंगा, जो उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने कही थी। अगर नकल करोगे, तो ज्ञान मिलेगा। अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीख लेनी चाहिए, जो कई दलों को साथ लेकर देश चला रहे हैं।"
मंत्री राजभर ने आगे कहा कि राजनीति में अकेले चलने से नहीं, सबको साथ लेकर चलने से सफलता मिलती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में भी पांच पार्टियां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। यही लोकतंत्र की असली ताकत है। एकता और समन्वय।
राजभर ने कहा कि अगर अखिलेश यादव अकेले संघर्ष करने की सोच रहे हैं, तो उन्हें पहले अपने पिता मुलायम सिंह यादव की विचारधारा और राजनीति के मूल सिद्धांतों को अपनाना चाहिए। अगर आप वाकई अकेले लड़ना चाहते हैं, तो पहले अपने पिता के विचारों और सिद्धांतों को पूरी तरह अपनाइए। तभी सफलता मिलेगी। अकेले कुछ नहीं कर सकते।
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि आज के दौर में राजनीति केवल भाषणों या नारों से नहीं, बल्कि साझेदारी और सहयोग से चलती है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह साबित किया है कि अगर इरादा मजबूत हो और सबको साथ लेकर चला जाए, तो बड़ी से बड़ी जिम्मेदारी भी निभाई जा सकती है।
इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा था कि पहले उत्तर प्रदेश से भाजपा को हटाना है, फिर देश से हटाना है।