क्या बिहार में राजद रोजगार नहीं देगी, बल्कि छीन लेगी?
सारांश
Key Takeaways
- राजद पर आरोप कि वे रोजगार छीनेंगी।
- सरदार पटेल का महत्व और योगदान।
- बिहार का विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में।
- महागठबंधन के नेताओं की सत्ता पाने की मंशा।
- आत्मनिर्भरता का संकल्प।
बाराबंकी, २५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राज्यसभा सांसद एवं यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बिहार चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने तेजस्वी यादव के रोजगार के वादे को हवा-हवाई बताते हुए कहा कि वास्तव में जिनके पास रोजगार है, राजद उन्हें भी छीन लेगी। राज्यसभा सांसद शनिवार को जिला पंचायत कार्यालय, बाराबंकी में सरदार पटेल की जयंती समारोह के अंतर्गत 'एक भारत, आत्मनिर्भर भारत' विषय पर आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे।
इस अवसर पर बिहार चुनाव से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार का कायाकल्प हुआ है। जंगलराज लाने वाले इसे नहीं समझ सकते हैं। बिहार का विकास उन्हें हजम नहीं हो रहा है। उन्होंने प्रशांत किशोर को कांग्रेस की बी टीम बताते हुए कहा कि वे राजद और ममता के लिए पहले काम कर चुके हैं। इस चुनाव में उनका खाता भी नहीं खुलेगा। ये केवल वोट काटने से अधिक कुछ नहीं हासिल करेंगे।
उन्होंने तेजस्वी के रोजगार के वादे को हवा-हवाई बताते हुए कहा कि असल में जिनके पास रोजगार है, राजद उसे भी छीन लेगी। राजद ऐसी पार्टी है जो अपराध को संरक्षण देने के लिए जानी जाती है। उन्होंने महागठबंधन को बेमेल गठबंधन बताते हुए कहा कि उनके नेता सत्ता पाने का दिन में सपना देख रहे हैं, लेकिन ये सपना पूरा नहीं होगा।
सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने सरदार पटेल की उपेक्षा की थी तथा उन्हें प्रधानमंत्री तक नहीं बनने दिया था। भारत का विराट स्वरूप सरदार पटेल की ही देन है। अगर उन्हें देश की बागडोर दी गई होती तो अखंड भारत का सपना आज हकीकत होता। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर देश को आत्मनिर्भर मजबूत राष्ट्र बनाने का अभियान आरंभ होने जा रहा है। 31 अक्टूबर से लेकर 6 दिसंबर तक आयोजित होने वाले अभियान में प्रदेश, जिला एवं राष्ट्रीय स्तर पर पदयात्रा एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने सरदार पटेल को देश का आदर्श बताते हुए कहा कि उन्होंने 562 रियासतों का भारत में विलय कराया था। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार पटेल के सपनों का भारत बना रही है। ये ऐसा भारत है जो किसी के दबाव में नहीं आने वाला। ये अभियान देश में जातियों के बंधन को तोड़कर एकता की डोर को और मजबूती प्रदान करेगा।
डॉ. शर्मा ने कहा कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर 31 अक्टूबर को देश भर में विशेष पदयात्रा निकाली जाएगी। इसके अलावा, जिला स्तर पर भी 31 अक्टूबर से 25 नवंबर के मध्य पदयात्रा निकाली जाएगी। इस कड़ी में 26 नवंबर से 6 दिसंबर के मध्य में सरदार पटेल की कर्मस्थली से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, केवडिया, गुजरात तक एक राष्ट्रीय स्तर की पदयात्रा निकाली जाएगी। इस 152 किमी की पदयात्रा में 150 पड़ाव होंगे। यात्रा में देश की विभिन्न संस्कृतियों की झलक देखने को मिलेगी। कार्यक्रम को दो चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसके तहत पहले चरण के कार्यक्रम प्रदेश स्तर पर तथा दूसरे चरण के कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर युवा खेल मंत्रालय एवं माई भारत द्वारा आयोजित होंगे।
सांसद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 2047 तक विकसित बनाने का संकल्प लिया है और उसके संदर्भ में विकसित भारत यात्रा भी आयोजित होगी। पीएम ने विकसित भारत के संकल्प को जनभागीदारी के जरिए पूरा करने की रूपरेखा रखी है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि पदयात्रा के साथ ही स्कूलों में निबंध, वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ नाटक, संगोष्ठी, और सरदार पटेल गाथा भी आयोजित की जाएंगी। युवाओं को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक बनाने के लिए भी कार्यक्रम होगा। स्वदेशी मेले के आयोजन के साथ ही "गर्व से कहो हम स्वदेशी हैं" और आत्मनिर्भरता का संकल्प भी मेलों में दिलाया जाएगा। जनता के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे। पदयात्रा के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।