क्या केरल भाजपा अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने टीवी रिपोर्टर और अधिकारियों को 100 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजा?
सारांश
Key Takeaways
- राजीव चंद्रशेखर ने 100 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजा है।
- यह कार्रवाई झूठी खबरों के खिलाफ की गई है।
- चंद्रशेखर का कहना है कि मीडिया की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है, लेकिन झूठ नहीं।
तिरुवनंतपुरम, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा केरल के प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राजीव चंद्रशेखर ने एक मलयालम न्यूज चैनल के टीवी रिपोर्टर और उसके आठ प्रमुख संपादकीय एवं रिपोर्टिंग अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेजा है।
भाजपा नेता के अनुसार, यह कार्रवाई चैनल द्वारा 26 अक्टूबर से लगातार प्रसारित की जा रही झूठी और भ्रामक खबरों के खिलाफ की गई है। बताया गया कि चैनल ने अपनी रिपोर्ट में चंद्रशेखर पर 500 करोड़ रुपए की सरकारी जमीन की अवैध बिक्री के माध्यम से चोरी करने का झूठा आरोप लगाया।
रिपोर्ट में उन्हें कथित तौर पर बीपीएल कंपनी से जुड़ा बताया गया, जबकि चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया है कि उनका इस कंपनी से कभी कोई संबंध नहीं रहा है। न तो वे इसके किसी पद पर रहे हैं और न ही उन्होंने किसी भी रूप में इस कंपनी से कोई व्यावसायिक जुड़ाव रखा है।
राजीव चंद्रशेखर ने इसे एक राजनीतिक रूप से प्रेरित मीडिया ट्रायल बताया। रिपोर्ट में उनके राजनीतिक करियर और प्रभाव के दुरुपयोग को लेकर भी कई अपुष्ट आरोप लगाए गए, जिन्हें पूरी तरह झूठा और आधारहीन बताया गया है।
कानूनी नोटिस में टीवी रिपोर्टर और संबंधित पत्रकारों से सात दिनों के भीतर कार्रवाइयों की मांग की गई है, जिसमें कहा गया है कि तुरंत सभी गलत खबरों और वीडियो को हर प्लेटफार्म से हटाया जाए।
टीवी रिपोर्टर के माध्यम से सार्वजनिक माफी जारी की जाए। भविष्य में चंद्रशेखर के खिलाफ किसी भी तरह के झूठे या भ्रामक बयान प्रसारित न किए जाएं। झूठी रिपोर्टिंग से हुई मानसिक पीड़ा, सामाजिक अपमान और प्रतिष्ठा को हुए नुकसान के लिए 100 करोड़ की मानहानि रकम अदा की जाए।
चंद्रशेखर ने यह भी स्पष्ट किया कि यह पूरी राशि वे सामाजिक और परोपकारी कार्यों के लिए दान करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मीडिया की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है, लेकिन झूठ फैलाने और चरित्र हनन की स्वतंत्रता नहीं दी जा सकती।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि वे अपने सार्वजनिक जीवन की नैतिकता और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्ध हैं और उम्मीद करते हैं कि संबंधित मीडिया संस्थान अपनी गलती सुधारते हुए पत्रकारिता की जिम्मेदारी निभाएंगे।