क्या 'हम साथ-साथ हैं' के 26 साल पूरे होने पर 'राजश्री' ने पुरानी यादें साझा की?
सारांश
Key Takeaways
- 'हम साथ-साथ हैं' ने भारतीय परिवारों के रिश्तों को दर्शाया।
- फिल्म ने 26 साल पूरे किए हैं।
- राजश्री फिल्म्स ने पुरानी यादों को ताजा किया है।
- फिल्म के संवाद और गाने आज भी लोकप्रिय हैं।
- सूरज बड़जात्या का योगदान हिंदी सिनेमा में अद्वितीय है।
मुंबई, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। एक ऐसा समय था, जब सूरज बडजात्या केवल फिल्में नहीं बनाते थे, बल्कि अपनी कहानियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति का जश्न मनाते थे। उन्होंने हिंदी सिनेमा को अनेक ऐसी फिल्में दी हैं, जिन्हें दर्शक आज भी उत्साह से देखते हैं, उनमें से एक है फिल्म 'हम साथ-साथ हैं'।
5 नवंबर 1999 को रिलीज हुई इस फिल्म ने परिवार के बंधनों, रिश्तों की मिठास और एक साथ जीने की ताकत को बड़े पर्दे पर जीवंत किया। इसके साथ ही, इसने रिलीज के बाद उस साल शानदार कमाई भी की थी। इसी के साथ, फिल्म ने मंगलवार को अपनी रिलीज के 26 साल पूरे कर लिए हैं।
इस खास मौके पर, राजश्री फिल्म्स ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा कर पुरानी यादों को फिर से जीवंत किया है। उन्होंने फिल्म के सीन का मोंटाज वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "फिल्म 'हम साथ-साथ हैं' के 26 साल पूरे हो गए हैं। हर सीन हमें सिखाता है कि सच्ची खुशी तो साथ निभाने में छिपी है। आपका पसंदीदा पारिवारिक पल कौन-सा है?"
राजश्री की इस पोस्ट को देखकर फैंस पुरानी यादों में खो गए हैं और कमेंट सेक्शन में अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
फिल्म को राजश्री के बैनर तले रिलीज किया गया था। इसका लेखन और निर्देशन सूरज बड़जात्या ने किया था। फिल्म की स्टारकास्ट भी शानदार थी जिसमें सलमान खान की मासूमियत, करिश्मा कपूर की चुलबुली अदा, सैफ अली खान का चार्म, तब्बू का अंदाज, सोनाली बेंद्रे की मुस्कान और मोहनीश बहल का मजबूत किरदार शामिल था। इसके अतिरिक्त, नीलम, महेश ठाकुर, रीमा लागू और आलोक नाथ जैसे अनुभवी कलाकारों ने भी अपनी अदाकारी से फिल्म में जान फूंकी। फिल्म के संगीत, गाने और डायलॉग आज भी हर घर में गूंजते हैं।
फिल्म की शूटिंग का कुछ हिस्सा मुंबई के फिल्म सिटी में और कुछ राजस्थान के जोधपुर, मंडोर गार्डन, मेहरानगढ़ किला, और जसवंत थड़ा में किया गया था। इसकी शूटिंग की शुरुआत साल 1998 में हुई थी।