क्या मेरी जान को खतरा है? ईश्वर कर रहा मेरी रक्षा: राकेश किशोर

सारांश
Key Takeaways
- राकेश किशोर का दावा है कि उनकी जान को खतरा है।
- पुलिस ने उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं।
- राकेश ने दैवीय शक्ति के समर्थन की बात की है।
- उनका विश्वास है कि उन्हें जीर्णोद्धार का कार्य करना है।
- वह खजुराहो के पास एक मंदिर में रहने की योजना बना रहे हैं।
नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई के साथ दुर्व्यवहार करने वाले वकील राकेश किशोर ने बुधवार को कहा कि मेरी जान को खतरा है, लेकिन ईश्वर मेरे साथ हैं, इसलिए मुझे कुछ नहीं होगा।
राकेश किशोर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि मंगलवार को पुलिस उनके घर पर तैनात थी और उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाया। यह देखकर उन्हें अच्छा लगा कि पुलिस उनकी सुरक्षा कर रही है, लेकिन अभी भी जान का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि वह सुरक्षा के बारे में अधिक जानकारी नहीं दे सकते।
उन्होंने यह भी कहा कि यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि 16 सितंबर से कोई दैवीय शक्ति उनका मार्गदर्शन कर रही है। जब से गवई ने हमारे सनातन धर्म का मजाक उड़ाया है, तब से उनके पीछे एक शक्ति है जो उन्हें बार-बार ऐसा करने के लिए मजबूर कर रही है। उन्हें नहीं पता कि यह अच्छा था या बुरा, लेकिन यह हुआ।
वकील ने कहा कि जिस मूर्ति के लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने दुर्व्यवहार किया, उन्हें ऐसा लग रहा है कि उसका जीर्णोद्धार उन्हें ही करना होगा, चाहे इसके लिए उन्हें अपनी जान ही क्यों न देनी पड़े। अब वह घर छोड़कर खजुराहो के पास एक मंदिर में जाकर रहेंगे।
राकेश किशोर ने कहा कि वह दलित हैं या नहीं, उन्हें किसी को सर्टिफिकेट दिखाने की जरूरत नहीं है। उनके हाई स्कूल से अब तक के सभी सर्टिफिकेट में लिखा है कि किशोर सरनेम का क्या महत्व है।
इससे पहले मंगलवार को, राकेश किशोर ने कहा था कि यह सब कुछ उनके द्वारा नहीं किया गया, बल्कि परमात्मा ने उनसे कराया। उनका ऐसा करने का बिल्कुल भी मन नहीं था।