क्या राहुल गांधी को चुनाव आयोग पर आरोप लगाने की बजाय अपना पक्ष रखना चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- रामदास आठवले ने राहुल गांधी के एसआईआर आरोपों को खारिज किया।
- चुनाव आयोग को एक स्वतंत्र संस्था मानते हुए, राहुल को उपस्थित होने की सलाह दी गई।
- भारत और अमेरिका के बीच संबंध मजबूत हैं, टैरिफ का मुद्दा अलग है।
- किसानों के कल्याण के लिए पीएम मोदी का दृष्टिकोण सकारात्मक है।
- मेक इन इंडिया कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
नई दिल्ली, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने विशेष मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के एसआईआर पर लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग राहुल गांधी को बुला रहा है, लेकिन वे उपस्थित नहीं हो रहे हैं। उनके साथ पूरा विपक्ष सदन की कार्यवाही में वाधा डाल रहा है, जो उचित नहीं है। उन्हें चुनाव आयोग के समक्ष जाकर अपना पक्ष प्रस्तुत करना चाहिए। चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है और इसके पास संवैधानिक अधिकार हैं। इसका सरकार से कोई संबंध नहीं है।
आठवले ने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी के आरोपों में कोई तथ्य नहीं है। मतदाता सूची चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में तैयार की जाती है और यह तय करने का अधिकार आयोग के पास है कि कौन से दस्तावेज प्रस्तुत किए जाएं।
भारत पर अमेरिकी टैरिफ के संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध बहुत अच्छे रहे हैं। पीएम मोदी और ट्रंप के बीच भी आपसी समझ बेहतर है। यदि अमेरिका ने अतिरिक्त टैरिफ लगाया है तो यह उनके देश का मामला है, लेकिन पीएम मोदी ने आश्वासन दिया है कि हम इसके लिए तैयार हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि मेक इन इंडिया के तहत कार्य तेजी से प्रगति कर रहा है। भारत जल्द ही दुनिया की शीर्ष चार अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनेगा। मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी वास्तव में किसानों के कल्याण के प्रति गंभीर हैं। हाल ही में देशभर के किसानों के खातों में पैसा भेजा गया है। जब किसान सशक्त होंगे, तब भारत सशक्त होगा।