क्या रांची में ड्रग्स तस्करों के नेटवर्क पर पुलिस ने प्रभावी कार्रवाई की?
सारांश
Key Takeaways
- रांची पुलिस ने 10 ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया।
- महत्वपूर्ण मादक पदार्थ जैसे ब्राउन शुगर और गांजा जब्त किए गए।
- पुलिस ने पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड वाले व्यक्तियों को पकड़ा।
- समाज को ड्रग्स की समस्या के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है।
- पुलिस की कार्रवाई से तस्करी नेटवर्क को समाप्त करने का प्रयास।
रांची, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रांची पुलिस ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय ड्रग्स तस्करों के गिरोह पर एक साथ छापेमारी की है। एसएसपी राकेश रंजन के निर्देश पर 23-24 नवंबर की रात में चलाए गए इस विशेष अभियान में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि ब्राउन शुगर, गांजा और कफ सीरप समेत बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित मादक पदार्थ जब्त किए गए।
एसएसपी को मिली जानकारी के आधार पर ग्रामीण और सिटी एसपी के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। पहली छापेमारी कांके थाना क्षेत्र के प्रेमनगर के निकट मैदान में की गई, जहां से अमित कुमार गुप्ता उर्फ बिट्टू, मुकेश कुमार यादव, मुन्ना यादव और चिकू यादव को पकड़ा गया। पुलिस ने इनके पास से लगभग 50 ग्राम ब्राउन शुगर, एक किलो गांजा, मोबाइल फोन, पैकिंग सामग्री, दो ऑटो और एक स्कूटी बरामद की।
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर दूसरी कार्रवाई कांके के जयपुर गांव में सैयद समीर के घर में की गई। यहां से 105 ग्राम ब्राउन शुगर, 1.6 किलो गांजा, 1.81 लाख रुपए नकद, पैकिंग सामग्री, लाइटर, एल्युमिनियम फॉयल और डिजिटल वेट मशीन मिली। समीर और उसकी पत्नी बेबी परवीन को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, बेबी परवीन का 2013 में एनडीपीएस एक्ट के तहत सुखदेवनगर थाना में आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
इसके बाद पुलिस ने गांधीनगर स्थित ओमनगर में दीपक कुमार के घर में छापा मारा। यह छापेमारी समीर और परवीन से पूछताछ के आधार पर की गई। यहां से 50 ग्राम ब्राउन शुगर, 60 हजार रुपए नकद, मोबाइल फोन, डिजिटल मशीन और पैकिंग सामग्री जब्त की गई। पूछताछ में दीपक ने खुलासा किया कि पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र का निवासी राजू कुमार पटना से ब्राउन शुगर और गांजा की खेप लाकर रांची के गोंदा और कांके थाना क्षेत्रों में सप्लाई करता था।
कांके थाना क्षेत्र से कुल आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जो पुलिस के अनुसार संगठित गिरोह का हिस्सा थे। बरामद ब्राउन शुगर और गांजा का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 21.50 लाख रुपए आंका गया है।
इधर, बरियातु थाना क्षेत्र के हरिहर सिंह मोड़ स्थित झोपड़पट्टी में भी कार्रवाई की गई। पुलिस को देखकर भाग रहे टुटू कुमार साव और लिच्चू महतो को घेरकर पकड़ा गया। इनके कब्जे से 100 एमएल कफ सीरप ‘विंग्स कंपनी’ की 20 बोतलें मिलीं। दोनों कोई वैध कागजात नहीं दिखा सके। पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह कफ सीरप बोड़ैया के धीरज कुमार से खरीदकर नशे के आदी लोगों को ऊंचे दाम पर बेचा जाता था। पुलिस ने सभी मामलों में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कर तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों की खोजबीन शुरू कर दी है।