क्या रांची में पैसे के लेनदेन के विवाद में युवती की हत्या की गई थी?

सारांश
Key Takeaways
- रांची पुलिस ने युवती की हत्या का मामला सुलझाया।
- तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।
- हत्या का कारण पैसों का विवाद था।
- आरोपियों ने जुर्म कबूल किया है।
- पुलिस ने तकनीकी मदद से मामले का खुलासा किया।
रांची, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। रांची पुलिस ने शहर के बूटी मोड़ क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व एक युवती के क्षत-विक्षत शव की खोज का मामला सुलझा लिया है। युवती की पहचान ओरमांझी थाना क्षेत्र के चापावार गांव निवासी श्रवण नायक की पुत्री तनुश्री के रूप में हुई। उसकी हत्या के आरोप में तीन आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, तनुश्री की हत्या पैसों के लेन-देन के विवाद के चलते हुई। गिरफ्तार आरोपियों में जयपाल सिंह (50), धीरज कुमार सिंह (24) और करण कुमार सिंह (19) शामिल हैं। ये सभी लोहरदगा जिले के निवासी हैं और पिछले कुछ समय से रांची के सदर थाना क्षेत्र के बूटी शिवाजीनगर में रह रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से हत्या में प्रयोग किया गया चाकू, मृतका का मोबाइल का सिम कार्ड और दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी जयपाल सिंह के पास तनुश्री के 80,000 रुपए बकाया थे। जब उसने पैसे वापस मांगे तो उनके बीच विवाद हुआ। इसके बाद उसने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई।
आरोपियों ने तनुश्री को बुलाया और पैसे वापस करने के बदले उसके खाते से जबरन 50,000 रुपए अपने खाते में स्थानांतरित करवा लिए। इसके बाद उसकी हत्या कर शव को बूटी मोड़ में फुचका टोली के पास पानी टंकी के समीप फेंक दिया गया था। पुलिस ने 29 सितंबर को उसका शव बरामद किया।
इस मामले में सदर थाने में कांड संख्या 473/2025 के तहत एफआईआर दर्ज की गई और शव को 72 घंटे तक रिम्स के शीतगृह में सुरक्षित रखा गया। इसी बीच शव की पहचान हुई। कांड की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक रांची के आदेश पर नगर पुलिस अधीक्षक और सदर डीएसपी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई, जिसने तकनीकी शाखा और एफएसएल टीम की मदद से पूरे मामले का खुलासा किया।
सदर थाना प्रभारी कुलदीप कुमार ने बताया कि तीनों अभियुक्तों ने स्वीकारोक्ति बयान में जुर्म कबूल कर लिया है। वारदात की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए की गई छापेमारी में सदर डीएसपी संजीव बेसरा, थाना प्रभारी कुलदीप कुमार, निरीक्षक विकास प्रसाद समेत कई पुलिस अधिकारी और जवान शामिल थे।