क्या सीमा के पार से घुसपैठिए देश में आ रहे हैं?: रविदास मेहरोत्रा
सारांश
Key Takeaways
- केजीएमयू विवाद: जांच की मांग की गई है।
- अहीर रेजिमेंट: पुनः गठन की आवश्यकता।
- भाजपा पर आरोप: नफरत फैलाने का कार्य।
लखनऊ, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने केजीएमयू विवाद को लेकर जांच की मांग की है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग आपस में लोगों को लड़ाने का कार्य कर रहे हैं, और इसी कारण देश में नफरत फैल रही है। उन्होंने भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट बनाने की भी मांग की है।
रविदास मेहरोत्रा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि केजीएमयू में एक महिला डॉक्टर ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए। जांच के बाद ही कोई कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार सभी को दूसरे धर्म का सम्मान करना चाहिए। लेकिन ये लोग देश में नफरत फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर उन्होंने कहा कि भाजपा सभी मोर्चों पर विफल हो गई है। यदि कोई सरकार का विरोध करता है तो उसे राष्ट्रविरोधी कहा जाता है। इंडिया गठबंधन के नेता जब विदेश जाते हैं, तो दुनिया के सामने वोट चोरी, जुल्म और अन्याय की बातें उठाई जाएंगी।
मनरेगा का नाम बदलने पर उन्होंने कहा कि यह योजना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर थी। जहाँ-जहाँ राष्ट्रपिता का नाम है, उसे बदलने का प्रयास निंदनीय और शर्मनाक है।
मुर्शिदाबाद में मस्जिद बनाने को लेकर चल रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि सभी को मंदिर और मस्जिद बनाने का अधिकार है। यदि कोई अपनी निजी संपत्ति पर मंदिर या मस्जिद बनाता है, तो किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इस पर आपसी विवाद नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों से केंद्र में भाजपा की सरकार है, फिर भी सीमा के पार से घुसपैठिए देश में आ रहे हैं। आतंकी अब तक कैसे सीमा पार कर आ रहे हैं? सरकार अब तक घुसपैठियों को बाहर क्यों नहीं निकाल पाई है?
उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी कार्यालय में सेना के कुछ जवान आए थे। उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात की और मांग उठाई कि एक बार फिर अहीर रेजिमेंट बनाई जाए। अहीर रेजिमेंट ने चीन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और कई जवान शहीद हुए थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कोडीन सिरप के आरोपियों को बचाने का कार्य कर रही है। हम तो आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे हैं।