क्या कांतारा फेम ऋषभ शेट्टी परिवार संग श्रीक्षेत्र मंत्रालयम पहुंचे और श्री राघवेंद्र स्वामी के मूल वृंदावन के दर्शन किए?
सारांश
Key Takeaways
- ऋषभ शेट्टी की यात्रा ने भारतीय संस्कृति को दर्शाया।
- श्रीक्षेत्र मंत्रालयम का महत्व भक्तों के लिए अमूल्य है।
- फिल्म कांतारा ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी।
- ऋषभ ने फिल्म में बहुआयामी योगदान दिया।
- पवित्र स्थलों की यात्रा से आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है।
रायचूर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म कांतारा की अभूतपूर्व सफलता के बाद कन्नड़ अभिनेता और निर्देशक ऋषभ शेट्टी हाल ही में अपने परिवार के साथ आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्रीक्षेत्र मंत्रालयम पहुंचे। यहां उन्होंने श्री राघवेंद्र स्वामी जी के मूल वृंदावन के पवित्र दर्शन किए। मठ के पुजारियों ने ऋषभ शेट्टी और उनके परिवार को आशीर्वाद दिया और उन्हें शेषवस्त्र, स्मृति चिन्ह, फल और मंत्राक्षते भेंट किए।
श्री राघवेंद्र स्वामी का मूल वृंदावन तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित है। यह स्थान कुरनूल जिले में आता है और उनके भक्तों के लिए यह एक अत्यंत पवित्र स्थल है। मान्यता है कि स्वामी जी ने 1671 में यहीं समाधि ली थी और भक्तों का मानना है कि वे वहां अब भी निवास करते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
ऋषभ शेट्टी अक्सर अपनी फिल्मों की सफलता के बाद कई मंदिरों में दर्शन करते हैं। इससे पहले भी वे कई पवित्र स्थलों पर परिवार के साथ जा चुके हैं। उनकी फिल्मों में भारतीय संस्कृति, परंपराओं और आध्यात्मिकता का गहरा प्रभाव देखा जा सकता है।
फिल्म कांतारा अक्टूबर 2025 में रिलीज हुई थी और इसने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।
दिलचस्प बात यह है कि ऋषभ ने फिल्म में अभिनय, निर्देशन और लेखन का कार्य भी किया था, जबकि विजय किरगंडुर फिल्म के निर्माता थे।
यह फिल्म होम्बले फिल्म्स के बैनर तले हिंदी, कन्नड़, तेलुगु, तमिल, मलयालम, बंगाली और अंग्रेजी भाषाओं में रिलीज की गई थी।
इससे पहले, 2022 में 'कांतारा चैप्टर-1' रिलीज की गई थी और इस वर्ष अक्टूबर में इसका प्रीक्वल भी आया था। फिल्म में रुक्मिणी वसंत, जयराम और गुलशन देवैया जैसे बेहतरीन कलाकारों ने कहानी को और भी रोचक बना दिया था।