क्या राजस्थान में आरएलपी की बैठक ने पार्टी को मजबूत विकल्प के रूप में स्थापित किया?
सारांश
Key Takeaways
- आरएलपी की बैठक में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर चर्चा हुई।
- बूथ स्तर पर पार्टी को मज़बूत करने की योजना बनाई गई।
- दिलीप चौधरी ने आरएलपी को एक मजबूत विकल्प बताया।
- पार्टी पंचायत और नगर निकाय चुनाव में भाग लेगी।
- जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं की मेहनत पर जोर दिया गया।
जयपुर, २९ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान की राजधानी जयपुर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने किया। इसमें जिला प्रभारियों और सह-प्रभारियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य फोकस मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और बूथ स्तर पर पार्टी की मजबूती पर चर्चा करना था। पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप चौधरी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में इस बैठक की जानकारी साझा की।
दिलीप चौधरी ने बताया कि बैठक में हमने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर गहन चर्चा की। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची से वंचित न रहे। लोकतंत्र में प्रत्येक नागरिक का मताधिकार महत्वपूर्ण होता है, और इसे संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।
उन्होंने यह भी बताया कि बूथ स्तर पर पार्टी को मज़बूत करने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे। इस दिशा में हम अपनी प्राथमिकता को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि राज्य में हमारी राजनीतिक स्थिति और मजबूत हो सके।
दिलीप चौधरी ने दावा किया कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी जल्द ही राज्य में एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरकर सामने आएगी। पहले केवल कांग्रेस और भाजपा के बीच ही चुनावी विकल्प थे, लेकिन अब लोग आरएलपी पर विश्वास कर रहे हैं। प्रदेश की राजनीतिक स्थिति में बदलाव आ रहा है, और इसकी सफलता का श्रेय हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व को जाता है, जो पार्टी को ग्रासरूट स्तर पर मज़बूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी पार्टी आगामी पंचायत और नगर निकाय चुनावों में मजबूती से भाग लेगी। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर चुनाव में हमारी स्थिति मजबूत हो। प्रदेश की जनता अब आरएलपी पर भरोसा कर रही है, क्योंकि हम विकास के मुद्दों पर काम कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव को एक चुनौती बताते हुए कहा कि पार्टी पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। हमारी पार्टी के नेता जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं, और हमें विश्वास है कि हमें सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
दिलीप चौधरी ने कहा कि आज प्रदेश की जनता का भरोसा कांग्रेस और भाजपा से उठ चुका है। जब गरीबों के कल्याण की बात आती है, तो आरएलपी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। पार्टी एक नई उम्मीद के रूप में उभर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा और कांग्रेस को अब गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, जबकि आरएलपी जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने में जुटी हुई है। संसद में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
दिलीप चौधरी ने कहा कि लोकसभा स्पीकर ने भी स्वीकार किया है कि हनुमान बेनीवाल जनता से जुड़े मुद्दों को पूरी ताकत के साथ उठाते हैं। इसी के मद्देनजर, हमने पार्टी को बूथ स्तर पर मज़बूत करने की दिशा में कोई भी कोताही नहीं बरतने का निर्णय लिया है।