क्या रॉबर्ट वाड्रा पर मानहानि का मुकदमा दर्ज होना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- रॉबर्ट वाड्रा के चुनाव आयोग पर सवाल उठाने से विवाद बढ़ता है।
- राजनीतिक बयानबाजी का प्रभाव समाज पर पड़ता है।
- भाजपा नेता ने मांग की है कि ऐसे बयानों पर मानहानि का मुकदमा होना चाहिए।
चंडीगढ़, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब भाजपा के नेता फतेह जंग सिंह बाजवा ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा द्वारा चुनाव आयोग पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आयोग देशभर में निष्पक्ष तरीके से चुनाव आयोजित करता है। उन्होंने कहा कि वाड्रा द्वारा आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना बेहद गलत है और इस पर उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
चंडीगढ़ में राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान, भाजपा नेता ने आश्चर्य व्यक्त किया कि हार के बाद कांग्रेस ने यह विचार नहीं किया कि वे क्यों हारे। उन्हें यह जानने की आवश्यकता थी कि लोग कांग्रेस या महागठबंधन का समर्थन क्यों नहीं कर रहे हैं। वाड्रा किसी राजनीतिक पार्टी के नेता नहीं हैं, इसलिए उनके बयानों पर मानहानि का मुकदमा होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा का चुनाव आयोग पर सवाल उठाना गलत है। चुनाव आयोग पूरे देश में निष्पक्ष चुनाव कराता है, ऐसे बयानों से देश का माहौल खराब होता है।
राहुल गांधी पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वे कितने भी किलोमीटर की यात्रा करें, जनता पर अब कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला। बिहार की जनता ने विकास, कानून-व्यवस्था, रोजगार और उद्योगों के नाम पर स्पष्ट बहुमत दिया है। कांग्रेस इतनी बड़ी हार से बौखला गई है कि उन्हें अपनी स्थिति का आकलन करना चाहिए।
लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रही कलह पर उन्होंने कहा कि लालू यादव के घर से पहले बेटे को निकाला गया, अब बेटी ने घर छोड़ दिया। जब परिवार ही एकजुट नहीं है, तो ऐसे परिणाम आना स्वाभाविक है। यदि वे अपने परिवार को संभाल नहीं पा रहे हैं तो बिहार को क्या संभालेंगे।
संघ पर कांग्रेस के नेताओं के बयानों पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 100 वर्षों से देश की सेवा और वफादारी के लिए काम कर रहा है।
उन्होंने आतंकवाद का उल्लेख करते हुए कहा कि आतंकवाद की सोच रखने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।