क्या विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए रोजगार मेला एक महत्वपूर्ण कदम है? - अनुप्रिया पटेल

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क्या विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए रोजगार मेला एक महत्वपूर्ण कदम है? - अनुप्रिया पटेल

सारांश

लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 17वें रोजगार मेले का आयोजन किया गया। अनुप्रिया पटेल ने 300 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह मेला विकसित भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Key Takeaways

  • रोजगार मेले का आयोजन 17वें संस्करण में किया गया।
  • 300 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
  • केंद्र सरकार ने 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा किया।
  • यह मेला विकसित भारत के संकल्प की दिशा में एक ठोस कदम है।
  • भारतीय युवाओं की वर्कफोर्स में हिस्सेदारी 24 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है।

लखनऊ, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुरू किए गए देशव्यापी १७वें रोजगार मेले का भव्य समारोह शुक्रवार को आयोजित हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए ३०० अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।

इस दौरान अनुप्रिया पटेल ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई रोजगार मेला श्रृंखला के तहत १० लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा किया जा चुका है और अब सरकार इस दिशा में और आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में विश्व की वर्कफोर्स में भारतीय युवाओं की हिस्सेदारी २४ प्रतिशत तक पहुंच जाएगी, जो भारत की नई ताकत का प्रतीक है।

अनुप्रिया पटेल ने नव-नियुक्त अभ्यर्थियों से आह्वान किया कि वे अपने कार्यों के माध्यम से नागरिकों की अपेक्षाओं पर खरे उतरें और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश के युवाओं को रोजगार से जोड़ना केंद्र और राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कौशल विकास और रोजगार सृजन के अनेक प्रभावी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी नौकरी केवल एक रोजगार नहीं, बल्कि देश निर्माण में योगदान का माध्यम है। प्रधानमंत्री के ‘नागरिक देवो भवः’ मंत्र को अपनाते हुए हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी सेवाओं से हर नागरिक को बेहतर अनुभव मिले।

यह अवसर केवल अभ्यर्थियों के लिए नहीं, बल्कि उनके परिवारों, शुभचिंतकों और उन सभी के लिए गर्व का क्षण है जिन्होंने उनकी सफलता में योगदान दिया। मंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरी लेने के बाद आप सभी यह प्रयास करें कि देश का कोई भी नागरिक आपके पास यदि आता है तो उसकी अपेक्षाओं को बेहतर ढंग से आप पूरा कर सकें क्योंकि हम सभी नागरिकों को बेहतर सेवाएं देकर ही अपने काम में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि यह रोजगार मेला प्रधानमंत्री मोदी के 'विकसित भारत' के संकल्प की दिशा में एक ठोस कदम है, जो युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित हो रहा है।

--- राष्ट्र प्रेस

विकेटी/डीकेपी

Point of View

बल्कि यह देश की मानव संसाधन क्षमता को उजागर करने का एक अनूठा अवसर भी है। रोजगार मेले का आयोजन ऐसे समय में किया गया है जब देश को युवाओं की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि सरकार रोजगार सृजन और कौशल विकास में गंभीरता से कार्य कर रही है।
NationPress
24/10/2025

Frequently Asked Questions

रोजगार मेले का उद्देश्य क्या है?
रोजगार मेले का मुख्य उद्देश्य युवाओं को सरकारी नौकरियों से जोड़ना और उनके लिए अवसर उपलब्ध कराना है।
इस रोजगार मेले में कितने अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया?
इस रोजगार मेले में 300 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
केंद्र सरकार ने अब तक कितनी नौकरियों का लक्ष्य पूरा किया है?
केंद्र सरकार ने 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा किया है।
इस मेला का महत्व क्या है?
यह मेला विकसित भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
किस मंत्री ने रोजगार मेले का शुभारंभ किया?
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इस मेले का शुभारंभ किया।