क्या रोजगार मेला युवाओं को आत्मनिर्भर भारत का सहभागी बनाएगा? : शिवराज सिंह चौहान

सारांश
Key Takeaways
- रोजगार मेला युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बनाता है।
- प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन 51,000 अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणादायक था।
- युवाओं से कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भावना के साथ कार्य करने का आह्वान।
- 263 नवनियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
- कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति।
भोपाल, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि रोजगार मेला युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भोपाल में पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा रेलवे ऑडिटोरियम, नर्मदा रेलवे क्लब में प्रधानमंत्री रोजगार मेला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर के लगभग 51,000 अभ्यर्थियों को संबोधित किया और उन्हें सरकारी सेवा में नई भूमिका के लिए शुभकामनाएं दी।
उन्होंने युवाओं से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया। अपने संबोधन में कृषि मंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी की रोजगार सृजन के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करते हुए कहा कि यह मेला युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहभागी बनाने का एक प्रभावी उपाय है। उन्होंने नियुक्त अभ्यर्थियों से ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भावना के साथ कार्य करने का आह्वान किया।
उन्होंने 261 नवनियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए। इनमें से 201 अभ्यर्थी रेलवे विभाग से और 60 अन्य केंद्रीय विभागों (जैसे बैंकिंग, CISF, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, डाक विभाग आदि) से संबंधित थे। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया कि कार्यक्रम की सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित रहीं और नवनियुक्त अभ्यर्थियों एवं उनके परिजनों ने इस आयोजन में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी विजय सिंह ने जानकारी दी कि प्रारंभिक 30 नियुक्ति-पत्र मुख्य अतिथि द्वारा प्रदान किए गए, जबकि शेष अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र विभागीय अधिकारियों और विशिष्ट अतिथियों द्वारा वितरित किए गए। कार्यक्रम में रेलवे अधिकारियों, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों, आमंत्रित जनप्रतिनिधियों और मीडिया कर्मियों की भी उपस्थिति रही।