क्या रूस ने थाईवान की स्वतंत्रता के लिए अलगाववादी गतिविधियों का विरोध किया?
सारांश
Key Takeaways
- रूस ने थाईवान की स्वतंत्रता के लिए अलगाववादी गतिविधियों का विरोध किया है।
- थाईवान मुद्दा कुछ देशों के लिए चीन को रोकने का एक सैन्य उपकरण बन गया है।
- रूस का मानना है कि थाईवान चीन का अभिन्न हिस्सा है।
- चीन अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी कानूनी अधिकार रखता है।
- यह स्थिति अंतरराष्ट्रीय राजनीति में शक्ति संतुलन को दर्शाती है।
बीजिंग, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूस ने थाईवान की स्वतंत्रता के लिए किसी भी प्रकार की अलगाववादी गतिविधियों का विरोध करने का निर्णय लिया है। यह घोषणा रूस के विदेश मंत्रालय ने 30 दिसंबर को की।
रूसी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया, "कुछ देश एक-चीन सिद्धांत का समर्थन करने का दावा करते हैं, लेकिन यथास्थिति बनाए रखने का समर्थन करते हैं, जिसका अर्थ है कि ये देश चीन के राष्ट्रीय पुनर्मिलन के सिद्धांत को मान्यता नहीं देते हैं।"
वर्तमान में, थाईवान मुद्दा कुछ देशों के लिए चीन को रोकने का एक सैन्य रणनीतिक उपकरण बन गया है।
विदेश मंत्रालय ने पुनः कहा कि थाईवान मुद्दे पर रूस का सैद्धांतिक रुख स्पष्ट और समान है। रूस के उच्च नेतृत्व ने इसे बार-बार पुष्टि की है। रूस मानता है कि थाईवान चीन का एक अभिन्न हिस्सा है और थाईवान की स्वतंत्रता के लिए किसी भी प्रकार की अलगाववादी गतिविधियों का विरोध करता है।
रूस का मानना है कि थाईवान का मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और चीन के पास अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के सभी कानूनी अधिकार हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)