क्या ‘मुख्यमंत्री उद्यमी योजना’ ने सहरसा में आर्थिक स्थिति को बदलने का काम किया?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री उद्यमी योजना ने अर्चना कुमारी की जिंदगी बदली।
- आत्मनिर्भरता की दिशा में यह योजना महत्वपूर्ण है।
- अर्चना ने अपने परिवार को आर्थिक स्थिरता दी।
- इस योजना से अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिली।
- व्यवसाय शुरू करने के लिए फंडिंग का लाभ उठाया।
सहरसा, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के सहरसा जिले में आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे एक परिवार की जिंदगी में ‘मुख्यमंत्री उद्यमी योजना’ ने एक नई दिशा दी है। अर्चना कुमारी, जो पहले आर्थिक दिक्कतों से परेशान थीं, अब आत्मनिर्भर होकर अपना व्यवसाय चला रही हैं।
उन्होंने इस उद्यमी योजना का लाभ उठाकर न केवल अपना कप मैन्युफैक्चरिंग का कारोबार शुरू किया, बल्कि आज वह अपने व्यवसाय से आर्थिक आत्मनिर्भरता प्राप्त कर जिले में दूसरी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।
अर्चना कुमारी ने स्वीकार किया है कि ‘मुख्यमंत्री उद्यमी योजना’ ने उनके जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाया है। इस बदलाव के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद किया है।
अर्चना के पति की नौकरी 2024 में जाने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ गई थी। लेकिन अर्चना ने हार नहीं मानी। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के माध्यम से अपना व्यवसाय आरंभ किया और मेहनत के बल पर अपने परिवार की जिंदगी को फिर से संवार लिया।
अर्चना का व्यवसाय न केवल उनके परिवार की स्थिति को सुधार रहा है, बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार देकर उनकी जिंदगी में परिवर्तन ला रहा है। आज उनके व्यवसाय की आय 20 हजार रुपए प्रतिदिन है, जो क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रहा है।
महिला उद्यमी अर्चना कुमारी ने राष्ट्र प्रेस से कहा कि पति की नौकरी जाने के बाद परिवार के खर्चों को चलाना काफी कठिन था। एक दिन उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू की गई उद्यमी योजना के बारे में पता चला। उन्होंने योजना के लिए आवेदन किया और जो राशि मिली, उससे व्यवसाय शुरू किया। वह आत्मविश्वास से कहती हैं कि इस योजना ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दिया है। अब वह आत्मनिर्भर हैं।
उन्होंने कहा कि इस व्यवसाय में उनका पूरा परिवार सहयोग कर रहा है। पति, देवर और अन्य लोग ईमानदारी से काम कर रहे हैं।
संजीव कुमार कामत ने बताया कि वह एक निजी कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन अचानक 2024 में उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। नौकरी न होने के कारण परिवार का खर्च चलाना बहुत मुश्किल हो गया। कुछ समय तो उन्होंने लोगों से कर्ज लेकर गुजारा किया। लेकिन, नौकरी न होने से आर्थिक स्थिति और खराब होती गई। नौकरी के लिए उन्होंने कई जगह आवेदन किया।
उन्होंने कहा कि एक दिन उन्होंने विज्ञापन में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के बारे में पढ़ा। उन्होंने तय किया कि इस योजना के तहत आवेदन करके व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। उन्होंने पत्नी (अर्चना कुमारी) के नाम से आवेदन किया। आवेदन के बाद उन्हें लोन मिला, जिससे उन्होंने व्यवसाय शुरू किया। उनका काम बहुत अच्छा चल रहा है। वह कप बनाने का काम कर रहे हैं और बाजार से भी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। भविष्य में वह प्लेट बनाने का काम भी शुरू करेंगे।