क्या संबलपुर के देबझरन जलप्रपात में दो एमबीबीएस छात्रों की डूबने से हुई मौत?

सारांश
Key Takeaways
- जल सुरक्षा के नियमों का पालन करें।
- खतरनाक स्थानों पर सावधानी बरतें।
- स्थानीय प्रशासन से मदद मांगने में संकोच न करें।
- इस प्रकार की घटनाएं हमें जीवन की सुरक्षा के महत्व का एहसास कराती हैं।
- सामाजिक जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
संबलपुर, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के संबलपुर जिले में, जूजूमुरा के निकट देबझरन जलप्रपात में शनिवार को दो एमबीबीएस छात्रों के डूबने की घटना सामने आई है। दोनों छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, वीर सुरेंद्र साईं आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान के छह एमबीबीएस छात्र दिन में देबझरन जलप्रपात की सैर पर गए थे। जब वे पानी में नहा रहे थे, तब उनमें से दो छात्र गहरे पानी में गिर गए और बाहर नहीं निकल सके।
इस हादसे के बाद उनके सहपाठियों ने दमकल और स्थानीय निवासियों की मदद से दोनों को झरने से बाहर निकाला और पास के अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतकों की पहचान मोनिका मीणा और संदीप पुरी के रूप में हुई है। दोनों बुर्ला स्थित वीर सुरेंद्र साईं आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान में अंतिम वर्ष के एमबीबीएस छात्र थे।
स्थानीय अग्निशमन सेवा के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शवों को बरामद किया।
दोपहर में जब दोनों का शव मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंचा, तो वहां शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस और कॉलेज प्रबंधन ने मृतकों के परिवार को इस घटना की जानकारी दी।
संदीप पुरीसुनील पुरी का पुत्र था। मृतका मोनिका मीणा, जो 24 वर्ष की थीं, राजस्थान के माउंट आबू के चेतराम मीणा की पुत्री बताई गई हैं।
जुजुमुरा पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और अधिकारियों ने मृतकों के परिवारों और सहपाठियों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
यह पहली बार नहीं है जब देबझरन जलप्रपात में किसी की जान गई है। जनवरी 2020 में भी वीर सुरेंद्र साईं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वीएसएसयूटी) के दो छात्रों की डूबने से मौत हो गई थी।