क्या भाजपा अपना वादा पूरा करेगी? आरक्षण के मुद्दे पर संजय निषाद का बयान

सारांश
Key Takeaways
- आरक्षण का मुद्दा उत्तर प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण है।
- संजय निषाद ने भाजपा पर विश्वास जताया है।
- मझवार समुदाय के अधिकारों की रक्षा की आवश्यकता है।
- सोशल मीडिया का उपयोग आंदोलन में बढ़ रहा है।
- भाजपा के वादों की सच्चाई पर सवाल उठते हैं।
लखनऊ, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले, सरकार में शामिल सहयोगी दलों ने आरक्षण का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है। योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद के निवास के बाहर 'पिछड़ी से नाम खारिज करो, मझवार आरक्षण जारी करो' का होर्डिंग लगाया गया है। इस पोस्टर पर मंत्री संजय निषाद ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
संजय निषाद ने सोमवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा ने निषाद समाज के लिए जो वादा किया है, उसे पूरा करेगी।" उन्होंने कहा कि उनके आवास पर जो पोस्टर लगा है, उसमें स्पष्ट लिखा है कि "पिछड़ी से नाम खारिज करो मझवार आरक्षण जारी करो"। मझवार समुदाय को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाना चाहिए। जब राज्यपाल ने पहले ही यह घोषित कर दिया है कि केवट और मझवार पिछड़ी जाति नहीं हैं, तो इसे कौन रद्द कर सकता है। हमें बेईमानी नहीं चाहिए - हमें संविधान चाहिए।
उन्होंने कहा, "हमारे समुदाय ने पहले ही अपने घरों के बाहर प्रदर्शनियां आयोजित की हैं और जल्द ही हम इन्हें हर गांव में स्थापित करेंगे। सोशल मीडिया का युग है और अब हम इसे सोशल मीडिया पर भी फैलाएंगे। भाजपा ने स्वयं वादा किया था कि वह निषाद समुदाय को न्याय देगी। मुख्यमंत्री योगी ने शायद विधानसभा में 50 से अधिक बार इस बात को दोहराया है।"
उन्होंने कहा कि जब हम आंदोलन करते थे, तब हम सड़कों पर बैठा करते थे। उजड़ी जातियां किसी की भीख नहीं हैं। यह आंदोलन का पराक्रम है। उन्होंने कहा कि निषाद समाज को हक देने की बात करने वाली कांग्रेस-बसपा और समाजवादी पार्टी का आज क्या हाल है, प्रदेश की जनता जानती है। निषाद समाज के साथ धोखा करने वाली पार्टी डूब चुकी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा से हमें उम्मीद है कि जो वादा किया है, वह पूरा करेगी। भाजपा से इसलिए उम्मीद है कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म किया, अयोध्या में भव्य श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा की। महिलाओं को आरक्षण दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह निषाद समाज का मान बढ़ाया है, उनके घर जाकर चाय पी है, मुझे उनसे उम्मीद है।