क्या संजय निषाद का विपक्ष पर हमला राहुल गांधी के लिए नया सबक है?

सारांश
Key Takeaways
- संजय निषाद ने राहुल गांधी को गुरु बदलने की सलाह दी।
- विपक्ष पर गलत दिशा का आरोप लगाया गया।
- बीजेपी सरकार कमजोर वर्गों के हित में काम कर रही है।
- नागरिकों में जागरूकता बढ़ी है।
- 2027 के चुनाव के लिए विपक्ष को नीतियाँ सुधारने की आवश्यकता है।
गोरखपुर, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने विपक्षी दलों, विशेषकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर गुरुवार को कड़ा हमला किया। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कांग्रेस सांसद को गुरु बदलने की सलाह दी।
संजय निषाद ने कहा, "मैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सलाह दूंगा कि वह अपने गुरु को बदल लें। जनता जनार्दन है, वह जानती है कि उनके गुरु कैसे हैं। 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद, जनता ने उन्हें बाहर कर दिया है। जनता एक न्यायाधीश है और उसने अपना फैसला सुना दिया है।"
डॉ. निषाद ने विपक्ष पर गलत दिशा पर चलने का आरोप लगाया और कहा कि जनता ने निश्चित कर लिया है कि वह विपक्षी नेताओं को फिर से सत्ता में नहीं लाएगी। जनता समझ चुकी है कि विपक्ष गलत रास्ते पर है। आज के दौर में नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार पूरे प्रदेश में गरीबों, मजलूमों, महिलाओं और कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए काम कर रही है। यह सरकार उन लोगों की है, जो अन्याय और शोषण का शिकार हुए हैं।
संजय निषाद ने बीजेपी और योगी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सरकार कमजोर वर्गों का समर्थन करती है, न कि ताकतवरों की। हमारी सरकार ने कमजोरों को गले लगाया है। यह सरकार अन्याय और शोषण के खिलाफ खड़ी है।
उन्होंने विपक्ष पर विदेशी सोच और संस्कृति को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। निषाद ने कहा, "जो लोग विदेशी भाषा बोलते हैं और विदेशी संस्कृति रखते हैं, उनकी भारत में कोई जगह नहीं है। हमें भारतीय संस्कृति और मूल्यों को बढ़ावा देना चाहिए।"
संजय निषाद ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने हमेशा गठबंधन धर्म का पालन किया है और कमजोर वर्गों के लिए काम किया है। पीएम नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में विकास और सामाजिक न्याय का एक नया युग शुरू हुआ है। जनता अब जागरूक हो चुकी है और वह ऐसी सरकार को चुनेगी जो गरीबों और कमजोरों के हित में काम करे। अगर विपक्ष अपनी गलत नीतियों को 2027 के विधानसभा चुनाव में नहीं सुधारती, तो जनता उन्हें फिर से नकार देगी।